जागरण संवाददाता, रामपुर : प्रदेश सरकार बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए सतत प्रयासरत है। इसके चलते राज्य सरकार ने अपने सौ दिन के कार्यकाल में बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए कई योजनाएं लागू कीं।1 जो शिक्षक स्कूल में बच्चों को पढ़ाने से जी चुराते थे। उन्होने ब्लॉक व जिले में बीएसए कार्यालय में अटैचमेंट करा लिया था। इसके चलते शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा था। इसको भी योगी सरकार ने गंभीरता से लिया। सभी शिक्षकों का अटैचमेंट समाप्त कर मूल विद्यालय में भेजा गया। शिक्षकों के लिए तबादला नीति लागू की। बच्चों की ड्रेस का रंग बदला।पुरानी ड्रेस को बच्चे पहनना पसंद नहीं करते थे। नई ड्रेस उन्हें खूब भाएगी। 1नई ड्रेस बदलने को लेकर बच्चों की पसंद के आधार बनाया गया। शिक्षकों के स्कूल से गायब रहने और फर्जीवाड़े को रोकने के लिए शिक्षकों के हाजरी रजिस्टर में लगाने के साथ ही फलेक्सी पर लगाने के आदेश किए गए। बेसिक शिक्षा के क्षेत्र में कई सुधार के लिए शिक्षकों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम लागू किया गया। इस योजना को सरकार जुलाई से लागू करने करने जा रही है। जिन स्कूलों में शिक्षक अधिक हैं, और बच्चे कम हैं, वहां से हटाकर उन स्कूलों में भेजा जा रहा है, जहां पर बच्चे अधिक हैं और शिक्षक कम हैं। 1ड्रेस के साथ बैग, जूते, मौजे देने के आदेश योगी सरकार ने दिए हैं। जनपद में शिक्षकों के समायोजन व राज्य स्तर में पर नई ट्रांसफर नीति लागू की। 1परिषदीय स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को आधार से जोड़ा जा रहा है, जिससे फर्जीवाड़े पर रोक लग सके। इसके अलावा बेसिक शिक्षा में सुधार के लिए शैक्षिक संवर्धन एवं नवाचार शिक्षण कार्यक्रम लागू किया गया। इसके तहत जिले में सौ से ज्यादा विद्यालयों का कायाकल्प हुआ। विद्यालय भवन प्राइवेट स्कूलों की तरह साफ सुथरे और खूबसूरत नजर आ रहे हैं।स्वार के धर्मपुर उत्तरी का चमचमाता स्कूल ’ जागरणस्वार के धर्मपुर उत्तरी का चमचमाता स्कूल तथा स्वार के धर्मपुर उत्तरी का चमचमाता स्कूल।’>>शिक्षकों के लिए तबादला लागू कर कामयाबी हासिल की1’>>बच्चों की नापंसद बन चुकी पुरानी डेस की जगह नई की व्यवस्था
No comments:
Write comments