लखनऊ : माध्यमिक विद्यालयों में इस बार पहली जुलाई से नया सत्र शुरू होगा, लेकिन इसके बाद का सत्र एक अप्रैल 2018 से शुरू किए जाने के संबंध में पहले ही निर्देश दिए जा चुके हैं। ऐसे में इस बार सत्र काफी छोटा होगा। इसके चलते निर्धारित पाठ्यक्रम पूरा होने को लेकर तमाम सवाल खड़े हो रहे हैं। जिनका जवाब विभाग के जिम्मेदारों के पास फिलहाल नहीं है।
क्या है मानक : मानक के अनुसार शैक्षिक सत्र के लिए कम से कम 220 दिन निधार्रित हैं। शैक्षिक पंचांग के तहत इस निर्धारित अवधि में पाठ्यक्रम पूरा करना है।
हाथ में सिर्फ 180 दिन : सत्र का शुरुआत पहली जुलाई 2017 से होनी है। वहीं परीक्षा फरवरी 2018 से संभावित हैं। ताकि 1 अप्रैल 2018 से नया सत्र शुरू किया जा सके। ऐसे में जुलाई से जनवरी तक कुल 7 माह (210 दिन) हैं। प्रत्येक माह में 4 साप्ताहिक अवकाश समेत अन्य अवकाश निकाल दिए जाएं तो बच्चों की पढ़ाई के लिए लगभग 180 दिन ही हाथ में हैं।
अतिरिक्त कक्षाओं का करना पड़ सकता है संचालन : विभागीय अधिकारियों की माने तो कोर्स पूरा करने के लिए समय का अभाव रहेगा। चूंकि अगला सत्र प्रभावित न हो, इसके चलते 31 मार्च 2018 तक मूल्यांकन कार्य भी पूरा करना होगा। ऐसे में निधार्रित समय में कोर्स पूरा करने के लिए अतिरिक्त कक्षाएं संचालित करनी पड़ सकती हैं।
नहीं जारी हुआ शैक्षिक पंचांग : सत्र प्रारंभ होने से पूर्व परिषद द्वारा शैक्षिक पंचांग जारी किया जाता है। इसी के अनुसार शिक्षकों को नियत समय के भीतर कोर्स पूरा करना होता है। मगर विभाग द्वारा अभी तक शैक्षिक पंचांग नहीं जारी किया गया। इस कारण समय पर कोर्स पूरा करने संबंधी मुद्दों पर सार्थक रणनीति नहीं तैयार हो सकी।
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