इलाहाबाद : प्रदेश के शासकीय और अशासकीय माध्यमिक कालेजों में बिना पद के ही भर्ती करने की तैयारी है। यूपी बोर्ड के कक्षा नौ व दस में जीव विज्ञान विषय के शिक्षक इधर कई वर्षो से तैनात नहीं हो रहे हैं, क्योंकि बदले पाठ्यक्रम में विज्ञान विषय में ही जीव विज्ञान के अंश समाहित कर दिये गए हैं।
इसके बाद भी माध्यमिक शिक्षा चयन बोर्ड ने टीजीटी यानी स्नातक शिक्षक 2016 की भर्ती में 304 पदों का विज्ञापन निकाला। इससे अभ्यर्थी असमंजस में हैं।1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड से संचालित माध्यमिक विद्यालयों में हाईस्कूल स्तर 9वीं व 10वीं की कक्षा में स्नातक शिक्षक विज्ञान पद के लिए जीव विज्ञान के उन विद्यार्थियों जिन्होंने बीएससी में वनस्पति विज्ञान, प्राणी विज्ञान व रसायन विज्ञान और बीएड हैं उन्हें अर्ह नहीं माना जाता। इन्हीं विषयों की योग्यता रखने वाले अभ्यर्थियों को केंद्रीय विद्यालय व राज्यों के अन्य बोर्डो में योग्य माना जाता है।
इसकी वजह यह है कि यूपी बोर्ड हाईस्कूल स्तर पर जीव विज्ञान विषय को ही खत्म कर चुका है। जीव विज्ञान के अंश को विज्ञान में समाहित कर दिया गया है। इसके बाद भी माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड में टीजीटी जीव विज्ञान के पद पर आवेदन मांगे गए और पिछली भर्तियों में नियुक्तियां भी हुई हैं। अभ्यर्थियों का कहना है कि चयन बोर्ड की ओर से निकाली गई रिक्तियों में तमाम विसंगतियां हैं लेकिन, बिना पद पर नियुक्ति समझ से परे है।
असल में चयन बोर्ड ने 2016 की भर्तियों के लिए गणित में 1195 व विज्ञान में 1140 पद निकाले थे, जबकि जीव विज्ञान के लिए 304 पदों के लिए आवेदन मांगे गए। अभ्यर्थियों का कहना है कि इस कार्य से असमंजस है विभाग या तो जीव विज्ञान पद पर नियुक्तियां ही बंद कर दे, या फिर पदों का आवंटन सही से करे। शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय तक हो चुकी है और यूपी बोर्ड के उप सचिव ने स्पष्ट किया है कि माध्यमिक विद्यालयों में जीव विज्ञान के शिक्षक विज्ञान पढ़ा रहे हैं इसीलिए भर्तियां की जा रही हैं। टीजीटी 2016 के चयन बोर्ड के विज्ञापन में जीव विज्ञान के कम पद निकाले जाने से परिषद का कोई संबंध नहीं है।
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