मेरठ हमारे संवाददाता
समायोजन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बच्चों की संख्या के आधार पर 500 से ज्यादा शिक्षक अधिक माने गए हैं। हालांकि इस पर अंतिम मोहर महकमे से लखनऊ मुख्यालय से लगेगी, पर जिला स्तर से यह बात साफ बता दी है। इससे तय है कि उन्हें जिला छोड़कर दूसरे जनपद में जाना पड़ेगा। इनमें ज्यादातर शिक्षिकाएं शामिल हैं।पिछले दो सेशन में 830 शिक्षक प्रदेश के अलग-अलग जिलों से मेरठ जनपद में आए थे। एक माह पहले शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब आकर यह निपटा ली गई। क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक, समायोजन में अप्रैल तक दाखिला ले चुके बच्चों की संख्या को आधार बनाया गया है। इसमें माना गया है कि कुल लगभग तीन हजार से अधिक टीचर्स हैं और 20 हजार बच्चे हैं। बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम में 35 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती का नियम है। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सब्जेक्ट के हिसाब से टीचर्स की तैनाती की जा सकती है। इस हिसाब से भी शिक्षकों की तादाद बच्चों से कहीं अधिक है। शिक्षकों की अधिक संख्या के बारे में विभाग को बता दिया गया है। जल्द ही महकमे के मुख्यालय से इस पर अंतिम आदेश जारी किया जाएगा। जिले के शिक्षकों का डाटा बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। बीएसए मौ. इकबाल ने बताया कि समायोजन के लिए डाटा विभाग को भेज दिया है। बच्चों की संख्या की अपेक्षा शिक्षक अधिक हैं। सैकड़ों शिक्षकों को जिला छोड़ना पड़ सकता है।
समायोजन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद बच्चों की संख्या के आधार पर 500 से ज्यादा शिक्षक अधिक माने गए हैं। हालांकि इस पर अंतिम मोहर महकमे से लखनऊ मुख्यालय से लगेगी, पर जिला स्तर से यह बात साफ बता दी है। इससे तय है कि उन्हें जिला छोड़कर दूसरे जनपद में जाना पड़ेगा। इनमें ज्यादातर शिक्षिकाएं शामिल हैं।पिछले दो सेशन में 830 शिक्षक प्रदेश के अलग-अलग जिलों से मेरठ जनपद में आए थे। एक माह पहले शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया शुरू की गई थी। अब आकर यह निपटा ली गई। क्षेत्रीय कार्यालय के मुताबिक, समायोजन में अप्रैल तक दाखिला ले चुके बच्चों की संख्या को आधार बनाया गया है। इसमें माना गया है कि कुल लगभग तीन हजार से अधिक टीचर्स हैं और 20 हजार बच्चे हैं। बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम में 35 बच्चों पर एक शिक्षक की तैनाती का नियम है। इसके अलावा उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सब्जेक्ट के हिसाब से टीचर्स की तैनाती की जा सकती है। इस हिसाब से भी शिक्षकों की तादाद बच्चों से कहीं अधिक है। शिक्षकों की अधिक संख्या के बारे में विभाग को बता दिया गया है। जल्द ही महकमे के मुख्यालय से इस पर अंतिम आदेश जारी किया जाएगा। जिले के शिक्षकों का डाटा बेसिक शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है। बीएसए मौ. इकबाल ने बताया कि समायोजन के लिए डाटा विभाग को भेज दिया है। बच्चों की संख्या की अपेक्षा शिक्षक अधिक हैं। सैकड़ों शिक्षकों को जिला छोड़ना पड़ सकता है।
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