परिषदीय विद्यालयों में छात्रों की घटती संख्या ने बेसिक शिक्षा विभाग को बैकफुट पर ला दिया है। छात्रों की संख्या बढ़ाने के उद्देश्य से नित नई योजनाएं बनाई जा रही हैं। छुट्टी के दिनों में गांवों में चौपाल लगाई गई है। नए शैक्षिक सत्र में अब शिक्षक स्कूल से पहले गांव में जाएंगे। वहां अभिभावकों से संपर्क कर बच्चों को साथ लेकर विद्यालय पहुंचेंगे।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुधीर कुमार ने प्रधानाध्यापकों को अन्य शिक्षकों के साथ रोस्टर बनाकर गांवों में भ्रमण करने के लिए प्लान बनाने का आदेश जारी किया है। उनका कहना है कि एक-एक दिन के अंतराल में शिक्षक स्कूल खुलने से एक घंटे पहले नजदीक के गांव में जाएंगे। जहां वे अभिभावकों से मिलेंगे और उन्हें जागरूक करेंगे।
प्रधानाध्यापकों को ऐसे छात्रों को भी चिन्हित करना होगा, जो लगातार विद्यालय नहीं पहुंच रहे हैं और फिर अभिभावक को बच्चे को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित करना होगा। बीएसए ने विद्यालयों में नियमित रूप से प्रार्थना और सभा कराने के लिए भी प्रधानाध्यापकों को पत्र लिखा है। इस पूरी व्यवस्था की निगरानी खंड शिक्षा अधिकारी करेंगे। लापरवाही पर कार्रवाई भी सुनिश्चित करेंगे
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