पीलीभीत। कोषागार के लेखाकार भरतवीर की तहरीर उमेश गंगवार, चंद्रमोहन गंगवार व पवन सिन्हा के अलावा करीब 20 से 25 शिक्षकों के खिलाफ एससीएसटीएक्ट सहित अन्य धाराओं में कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज की गई है। वेतन को लेकर बेसिक शिक्षकों और वरिष्ठ कोषाधिकारियों में विवाद छिड़ गया था। दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर गम्भीर आरोप लगाए। दोनों पक्षों ने संबंधित अधिकारियों से मामले की शिकायत की। सीओ सिटी निशांक शर्मा ने भी दोनों पक्षों का समझौता करने का काफी प्रयास किया, लेकिन प्रयास असफल रहा। इधर डीएम के निर्देश के बाद कोतवाली पुलिस को शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करनी पड़ी। आरोप है कि शिक्षकों ने गाली-गलौज के साथ जाति सूचक शब्दों का प्रयोग किया था।
पीलीभीत हिन्दुस्तान संवादवेतन विवाद के बाद कोषागार कर्मचारियों और शिक्षकों के बीच चल रही आर-पार की लड़ाई में मंगलवार को कोषाधिकारी पक्ष शिक्षकों पर भारी पड़ गया। कोषागार कर्मचारियों ने सुबह डीएम की परमिशन के बाद धरना समाप्त किया और शाम को कोषाधिकारी की ओर से कोतवाली में तीन शिक्षकों के खिलाफ हरिजन एक्ट में रिपोर्ट दर्ज करा दी गई।वेतन को लेकर कई बार हंगामा कर चुके शिक्षकों को शनिवार को कलक्ट्रेट में मुख्य कोषाधिकारी कार्यालय में घुस कर हंगामा करना भारी पड़ गया। इस विवाद में कोषाधिकारी ने शिक्षकों पर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करने और अभद्रता करने का आरोप लगाया। कोषागार कर्मचारियों को भी अपने अधिकारी का इस तरह अपमान नागवार गुजरा। उन्होंने अभद्रता करने वाले शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की डीएम से अनुमति मांगी थी। इसको लेकर कोषागारी कर्मचारियों ने अपना सरकारी कामकाज छोड़कर कार्यालय के बाहर ही धरना शुरू कर दिया था। मंगलवार को सुबह कोषागार कर्मचारी डीएम से मिले और उन्हें पूरी बात बताई। इसके बाद डीएम ने शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने के आदेश कर दिए। आदेश होने के बाद इन कर्मचारियों ने अपना धरना समाप्त कर दिया। शाम को कोषागार कर्मचारी टीओ के साथ कोतवाली पहुंचे और वहां टीओ की ओर से तीन शिक्षकों के खिलाफ हरिजन एक्ट में रिपोर्ट दर्ज करा दी। रिपोर्ट दर्ज होने की खबर से शिक्षकों में भी हड़कंप मच गया। इसके बाद शिक्षक भी टीओ के खिलाफ अपनी तहरीर लेकर कोतवाली पहुंचे और कोतवाल को तहरीर सौंपकर उनसे एफआईआर दर्ज कराने की अपील की।
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