रामपुर निज संवाददाता पचास साल से अधिक के शिक्षकों की स्क्रीनिंग का मामला बेसिक शिक्षा विभाग तक पहुंच गया है। जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने समस्त बीईओ से ऐसे शिक्षकों की सूची मांगी है, जिससे विभाग में खलबली मच गई है। सरकार पचास साल से अधिक के राज्य कर्मचारी और अधिकारियों की सूची तैयार करा रही है। इनकी स्क्रीनिंग कराई जाएगी। कामकाज की तुलना होगी। देखा जाएगा कि वे काम करने में सक्षम हैं या नहीं। यदि किसी तरह की परेशानी है और काम नहीं कर पा रहे हैं तो उन्हें अनिवार्य सेवानिवृत कर दिया जाएगा। उनके स्थान पर युवाओं को रोजगार दिया जाएगा। बीएसए सर्वदानंद ने समस्त बीएसए से पचास साल से अधिक के शिक्षकों की सूची मांगी है। इस पर विभाग में काम शुरू हो गया है, जिससे खलबली मच गई है। खासकर बीमारियों से घिरे शिक्षक परेशान हैं। दूर के स्कूलों में जाने से कतराते हैं और बीमारियों का हवाला देते हैं, अब ऐसे शिक्षक अपनी बीमारी को छुपाने में लगे हैं। शिक्षकों पर लागू नहीं होता नियम: प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री आनंद प्रकाश गुप्ता ने कहा कि पचास साल से अधिक उम्र के कर्मचारी और अधिकारियों की स्क्रीनिंग कराई जाएगी, जिसमें प्राइमरी शिक्षक शामिल नहीं हैं। यह नियम उन पर लागू नहीं होता। शिक्षक राज्य कर्मचारी नहीं हैं। राज्य कर्मी और शिक्षकों की सुविधाएं अलग हैं। राज्य कर्मियों की तरह शिक्षकों को सुविधाएं नहीं दी जाती है। यदि जल्द ही सूची बनाने का काम बंद नहीं किया गया तो विरोध किया जाएगा।
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