ग्रीष्मावकाश के बाद शनिवार को नए शैक्षिक सत्र की शुरुआत हो गई। पहले दिन स्कूल तो खुले, लेकिन अधिकतर विद्यालयों में उदासी ही छाई रही। ग्रामीण क्षेत्र में तो कई स्कूल खुले ही नहीं। महानगर के कुछ स्कूलों में चहल- पहल रही और पढ़ाई भी हुई। जो विद्यालय खुले थे उनमें अधिकतर में मध्याह्न् भोजन नहीं बना था। एक तो बच्चे कम पहुंचे थे वह भी भूखे ही घर चले गए।
महानगर स्थित नार्मल स्थित रावत पाठशाला और बनकटीचक स्थित प्राथमिक विद्यालय में सुबह से ही चहल-पहल रही, पढ़ाई भी हुई। अलहदादपुर में शिक्षिकाएं तो समय से पहुंच गईं लेकिन छात्र नहीं आए। सन्नाटा पसरा रहा। यही स्थिति अन्य विद्यालयों की भी रही। सहजनवां कार्यालय के अनुसार विद्यालयों में सन्नाटा दिखा। एक-दो छात्र ही पढ़ने पहुंचे थे। अधिकतर शिक्षक भी गैरहाजिर थे। विद्यालयों में मध्याह्न् भोजन भी नहीं बना था। पाली स्थित प्राथमिक विद्यालय शाहपुर में महज एक दर्जन बच्चे पढ़ने आए थे। पूर्व माध्यमिक विद्यालय लोहसड़ और सेउड़ा में सिर्फ तीन-तीन बच्चे दिखे। प्राथमिक विद्यालय भटवल, प्राथमिक विद्यालय केशवाखोर की स्थिति भी यही रही। शिक्षक भी नदारद थे। प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय मईला की कुर्सी चोर उठा ले गए हैं। दिन भर शिक्षक खड़े रहे। प्राथमिक विद्यालय बनौली के परिसर में पानी जमा है। प्राथमिक विद्यालय भीटी रावत में एक भी बच्चे नहीं दिखे। पिपराइच संवाददात के अनुसार बीआरसी के सामने स्कूल में 137 में महज नौ छात्र पढ़ने आए थे। बड़े गांव में भी चार ही बच्चे थे। भटहट के प्राथमिक विद्यालय पनिका में शिक्षक नहीं पहुंचे थे। रसोइया ने विद्यालय खोला था। चार में दो उसी के बच्चे स्कूल पहुंचे थे। गोला संवाददाता के अनुसार माडल स्कूल मदरहा में खेलकूद प्रतियोगिता आयोजित हुई।
गायघाट में चार बच्चे पढ़ने आए थे। सुबह नौ बजे तक बरडीहा और जैतपुर प्राथमिक विद्यालय पर ताला लटका रहा। दोपहर 12:30 बजे पूर्व माध्यमिक विद्यालय खड़ेसरी पर ताला लटका था। बेलघाट संवाददाता के अनुसार प्राथमिक विद्यालय बेलघाट प्रथम में 85 बच्चों में सुबह नौ बजे तक सात बच्चे बैग लेकर आए थे। कैंपियरगंज संवाददाता के अनुसार प्राथमिक विद्यालयों में छात्रों की उपस्थिति कम रही। प्राथमिक विद्यालय लौकिहवा लोहरपुरवा में खेलकूद व प्रतियोगिताएं आयोजित की गईं। चौरीचौरा संवाददाता के अनुसार महदेवा जंगल प्राथमिक विद्यालय में कुल 32 बच्चे आए। उरुवा धुरियापार संवाददाता के अनुसार प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय उरुवा में बच्चों की संख्या कम थी।
कुसमौल के अनुसार लगभग सभी विद्यालयों में सन्नाटा पसरा था। जंगल कौड़िया के अनुसार प्राथमिक विद्यालय मुहम्मदपुर पंचवारा में बच्चों ने सफाई की। अधिकतर विद्यालय विलंब से खुले। बच्चे भी कम थे। ब्रह्मपुर स्थित प्राथमिक विद्यालय बलुघट्टा जंगल रसूलपुर नंबर दो में रैली निकाली गई।
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