इन आंकड़ों पर नजर डालें संस्थान ’ नैक स्कोर ’ वैधता 11-अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ’ 3.35 ’ 2 मार्च 202012-काशी हंिदूू विश्वविद्यालय ’ 3.41 ’ 30-अप्रैल -202013-चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज, हैवरा, इटावा ’ 3.31 ’ 4 जनवरी 201814-जनता वैदिक कालेज, बड़ौत, बागपत ’ 3.39 ’ 4 जनवरी 201815-मेरठ कालेज, मेरठ ’3.29 ’ 4 जुलाई 201716-एसएस खन्ना डिग्री कालेज, इलाहाबाद ’ 3.46 ’ 2-मार्च 2020
यूजीसी द्वारा शुरू किए जा रहे ऑनलाइन पाठयक्रमों के संचालन के लिए प्रदेश का एक भी राज्य विश्वविद्यालय मानक पर खरा नहीं उतरा। यही नहीं 99 फीसद कालेज भी इन कोर्सो के संचालन की पात्रता नहीं रखते, तो वहीं अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय और काशी हंिदूू विश्वविद्यालय को छोड़ कोई अन्य केंद्रीय विश्वविद्यालय भी पात्रता की शर्ते पूरी नहीं करते।
दरअसल, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ऑनलाइन कोर्स शुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए यूजीसी (आनलाइन एजुकेशन) रेग्यूलेशन 2017 का ड्राफ्ट तैयार कर संस्थानों व शिक्षाविदें से 18 अगस्त तक फीडबैक मांगा गया है। ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की मान्यता के लिए यूजीसी ने जो शर्ते रखी है उसे प्रदेश के विश्वविद्यालय और कालेज पूरा नहीं कर पा रहे हैं। निर्धारित मापदंड के अनुसार मान्यता केवल उन्हीं संस्थानों को दी जाएगी जिनके पास नेशनल असेसमेंट एंड एक्रेडिटेशन काउंसिल (नैक) से मूल्यांकन में न्यूनतम 3.25 स्कोर होगा। इस नियम के दायरे में केवल दो केंद्रीय विश्वविद्यालय और चार महाविद्यालय ही आ रहे हैं। 1नैक की ताजा सूची के अनुसार प्रदेश के 16 विश्वविद्यालयों ने नैक से मूल्यांकन कराया है जिनमें से 6 को ‘ए’ ग्रेड मिला है। इनमें बीएचयू और एएमयू को छोड़ किसी के पास भी नैक से 3.25 स्कोर नहीं मिला है। इसी तरह नैक से मूल्यांकित 253 कालेजों में से 32 को ‘ए’ ग्रेड मिला है। इनमें से भी केवल चौधरी चरण सिंह डिग्री कालेज, हैवरा, इटावा, जनता वैदिक कालेज, बड़ौत बागपत, मेरठ कालेज, मेरठ और एसएस खन्ना डिग्री कालेज, इलाहाबाद ही न्यूनतम पात्रता पूरी करते हैं। यह हाल उस राज्य का है जहां 25 से अधिक राज्य विश्वविद्यालय, पांच केंद्रीय विश्वविद्यालय और करीब 4000 से अधिक कालेज हैं। 1 यूजीसी के इस रेग्यूलेशन के तहत उच्च शिक्षण संस्थान ऑनलाइन कोर्स तैयार कर शुरू कर सकेंगे।’>
मान्यता के लिए संस्थाओं के पास नैक का 3.25 स्कोर होना जरूरी
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