जासं, चकिया (चंदौली): शासन के कड़े निर्देश के बाद भी परिषदीय स्कूलों में यूनिफार्म के वितरण में मानक की अनदेखी की जा रही है। गुणवत्ता विहीन कपड़े बांटे जा रहे हैं। अभिभावक यूनिफार्म के वितरण पर मुखर होने लगे हैं। वहीं शिक्षा अधिकारी गुणवत्ता पूर्ण यूनिफार्म के वितरण को लेकर गंभीर नहीं हैं।नक्सल प्रभावित इलिया में दर्जनों प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में अध्ययनरत छात्रों को शासन ने दो-दो सेट निशुल्क यूनिफार्म वितरण के आदेश दिए हैं। इसके लिए बजट भी विद्यालय प्रबंध समिति के खाते में धन भेजा जा चुका है। प्राथमिक विद्यालय भुड़कुड़ा, डेहरी, पहाड़पुर, घुरहूपुर, बेन, तियरी, अर्जी आदि विद्यालयों में मानक को ताख पर ड्रेस बांटे जा रहे हैं। यहां शासनादेश का पालन नहीं हो रहा है। कमोवेश यही स्थिति चकिया, शहाबगंज की है। अभिभावक नइमुर्रहमान, शेखर राम, दीनानाथ, रामदयाल, गुलाबी, सागर सिंह, जयहिन्द समेत तमाम का कहना रहा कि उनके बच्चों को हाफ शर्ट व पैंट दिए गए हैं। इससे सर्दी के मौसम में नौनिहालों को परेशानी उठानी पड़ेगी। आरोप लगाया प्रधानाध्यापक मनमाने ढंग से यूनिफार्म का वितरण करा रहे हैं। बताया जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से इसकी शिकायत की गई है। सूत्रों की मानें तो कुछ स्कूलों के शिक्षक, संकुल प्रभारी भी ड्रेस वितरण में साठगांठ बनाए हुए हैं। इसके लिए उन्हें भारी भरकम कमीशन मिलता है। सूत्र तो यहां तक कह रहे हैं कि शिक्षाधिकारी भी प्रधानाध्यापकों पर चुनिंदा लोगों से ड्रेस खरीदने का दबाव बना रहे हैं।
यूनीफार्म वितरण का मानक
स्कूलों के बच्चों को सरकार ने निशुल्क शिक्षा के साथ-साथ दो सेट यूनिफार्म देने की व्यवस्था कर रखी है। इसके लिए दो रूपये प्रति सेट (शर्ट व पैंट) भुगतान करने का प्रावधान है।
ड्रेस वितरण के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने विद्यालय प्रबंध समिति को जिम्मेदारी दी है। अभिभावक को समिति का अध्यक्ष, प्रधानाध्यापक को समिति का सचिव बनाया गया है।
>>नौनिहालों में वितरित किए जा रहें हाफ पैंट व शर्ट, अभिभावक कपड़े की गुणवत्ता को लेकर होने लगे हैं मुखर
परिषदीय स्कूलों सहित कस्तूरबा विद्यालयों में यूनिफार्म वितरण मानक व गुणवत्ता पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं। शिक्षक दबाव में किसी से ड्रेस न खरीदें। क्रय समिति व विद्यालय प्रबंध समिति शासन के आदेशों के अनुसार ही ड्रेस का वितरण कराएं जाएंगे।प्रकाश चंद्र यादव, बीईओ शहाबगंज
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