सकलडीहा ’ हिन्दुस्तान संवाद
इसे बिडम्बना कहे या अधिकारियों की मनमानी। सकलडीहा कस्बा के प्राथमिक विद्यालय नंबर तीन पर छात्र छात्रओं के पढ़ने के लिए बनी नवीन भवन में बीआरसी कार्यालय खोल दिया गया है। जबकि लाखों की लागत से धरहरा में बीआरसी कार्यालय पूर्व से संचालित है। छात्र आज भी खपरैलनुमा भवन में पढ़ने के लिए मजबूर हैं। ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से अधिकारियों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की है।सकलडीहा कस्बा में पिछले कई साल से तीन परिषदीय विद्यालय संचालित है। दो परिषदीय विद्यालय को छोड़कर तीसरे प्राथमिक विद्यालय के छात्र पुराने खपरैलनुमा भवन में पढ़ते है। बरसात के दिनों में समस्या होने पर तीन नवीन कक्ष का निर्माण कुछ माह पूर्व हुआ था। सर्व शिक्षा अभियान के तहत छात्रों की समस्या को देखते हुए तत्कालीन बीईओ अमित दूबे ने नवीन भवन में पठन पाठन शुरू करा दिया। लेकिन अमित दूबे का स्थानांतरण होते ही नये बीईओ ने छात्रों को हटाकर बकायदे कुर्सी टेबल और कम्प्यूटर आपरेटर के साथ अस्थायी रूप से कार्यालय का संचालन शुरू करा दिया है। बीईओ के लिए धरहरा में लाखों की लागत से बीआरसी कार्यालय पहले से संचालित है। इस बाबत पूछे जाने पर बीईओ केके सिंह ने बताया कि धरहरा में जगह कम होने के कारण बैठने की व्यवस्था की गई है।
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