बीएड में सीधे दाखिले पर फंसा तारीख का पैंच, सुप्रीम कोर्ट स्पष्ट कर चुका 15 जुलाई के बाद नहीं होगा कोई दाखिला
बीएड में सीधे दाखिले पर फंसा तारीख का पेच
जागरण संवाददाता, लखनऊ : बीएड कोर्स में खाली सीटों पर हुए सीधे दाखिले में अब तारीख का पेच फंस गया है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्पष्ट किया जा चुका है कि 15 जुलाई के बाद कोई भी दाखिला नहीं होगा। 1बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन करने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) से अब कई बीएड कॉलेजों ने गुहार लगाई है कि उन्हें दाखिले की लिस्ट किस दिन भेजनी थी इसका स्पष्ट निर्देश जारी नहीं हुआ था। यही नहीं सीधे दाखिले खत्म होने के दूसरे दिन रविवार होने के कारण वह समय पर ब्योरा नहीं भेज पाए। ऐसे में अब उन्हें मोहलत दे दी जाए। फिलहाल ऐसे कॉलेजों की संख्या करीब 20 से अधिक है। बीएड की एडवाइजरी कमेटी की बैठक मंगलवार को बुलाई है। इसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बीएड के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि कई कॉलेजों ने दावा किया है कि उन्होंने दाखिले तो 15 जुलाई को ले लिए थे लेकिन अगले दिन रविवार होने व अन्य वजहों से समय पर ब्योरा नहीं दे पाए। ऐसे में अब उन्हें मौका दिया जाए। मगर हमारे सामने नियम सवरेपरि है। ऐसे में समय पर दाखिला लेने किन्तु लविवि को ब्योरा भेजने में देरी करने वाले बीएड कॉलेजों के दाखिले का सत्यापन किया जा रहा है। आगे जो भी निर्णय एडवाइजरी कमेटी लेगी वह लागू किया जाएगा। बीएड में करीब 1.94 लाख सीटें हैं और अभी 50 हजार सीटें खाली चल रही हैं।जागरण संवाददाता, लखनऊ : बीएड कोर्स में खाली सीटों पर हुए सीधे दाखिले में अब तारीख का पेच फंस गया है। सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्पष्ट किया जा चुका है कि 15 जुलाई के बाद कोई भी दाखिला नहीं होगा।
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन करने वाले लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) से अब कई बीएड कॉलेजों ने गुहार लगाई है कि उन्हें दाखिले की लिस्ट किस दिन भेजनी थी इसका स्पष्ट निर्देश जारी नहीं हुआ था। यही नहीं सीधे दाखिले खत्म होने के दूसरे दिन रविवार होने के कारण वह समय पर ब्योरा नहीं भेज पाए। ऐसे में अब उन्हें मोहलत दे दी जाए। फिलहाल ऐसे कॉलेजों की संख्या करीब 20 से अधिक है। बीएड की एडवाइजरी कमेटी की बैठक मंगलवार को बुलाई है। इसमें अंतिम निर्णय लिया जाएगा।
बीएड के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि कई कॉलेजों ने दावा किया है कि उन्होंने दाखिले तो 15 जुलाई को ले लिए थे लेकिन अगले दिन रविवार होने व अन्य वजहों से समय पर ब्योरा नहीं दे पाए। ऐसे में अब उन्हें मौका दिया जाए। मगर हमारे सामने नियम सवरेपरि है। ऐसे में समय पर दाखिला लेने किन्तु लविवि को ब्योरा भेजने में देरी करने वाले बीएड कॉलेजों के दाखिले का सत्यापन किया जा रहा है। आगे जो भी निर्णय एडवाइजरी कमेटी लेगी वह लागू किया जाएगा। बीएड में करीब 1.94 लाख सीटें हैं और अभी 50 हजार सीटें खाली चल रही हैं।
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