■ कॉलेजों ने ली राहत की सांस
निजी कॉलेज जिनके यहां डायरेक्ट एडमिशन में भरी गई सीटें 15 जुलाई तक ब्योरा न भेज पाने के कारण फंस गईं थी, निर्णय के बाद दाखिले मान्य कर सकेंगे।
लखनऊ : सूबे में बीएड कॉलेजों को अब दस रुपये के स्टांप पेपर पर शपथ पत्र देना होगा कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों के अनुसार 15 जुलाई तक ही सीधे दाखिले लिए हैं। जिन विद्यार्थियों का उन्होंने दाखिला लिया है उनकी सूची भी वह भेजेंगे। इसके बाद ही उनके द्वारा लिए गए दाखिले मान्य होंगे। बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा का आयोजन इस बार लविवि ने करवाया है। मंगलवार को कुलपति प्रो. एसपी सिंह की अध्यक्षता में एडवाइजरी कमेटी की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
बीएड की संयुक्त प्रवेश परीक्षा के राज्य समन्वयक प्रो. एनके खरे ने बताया कि बीएड कॉलेजों का कहना था कि उन्होंने सुप्रीम कोर्ट द्वारा निर्धारित की गई दाखिले की अंतिम तारीख 15 जुलाई तक ही प्रवेश लिया है और इसके दूसरे दिन रविवार होने के कारण वह विद्यार्थियों की लिस्ट नहीं भेज पाए थे। फिलहाल अब शपथ पत्र देकर उन्हें दाखिला लेने का मौका दिया जाएगा। बीएड कॉलेज लविवि को विद्यार्थियों की फीस रसीद भी भेजेंगे, जिसमें तारीख 15 जुलाई तक ही अंकित होनी चाहिए। बीएड में 1.94 लाख सीटें हैं और डायरेक्ट एडमिशन के बाद भी करीब 40 हजार सीटें अभी हैं।
No comments:
Write comments