बीएलएड में ले लिए 17 से कम उम्र वालों के दाखिले
गलती पकड़ में आने के बाद अब एडमिशन किया गया निरस्त
लापरवाही
ऑनलाइन आवेदन में भी नहीं पकड़ पाए गलती
बरेली प्रमुख संवाददाताबीएलएड की काउंसलिंग खत्म होने के बाद पकड़ में आई एक गलती ने विवि की मुसीबत बढ़ा दी है। ऐसे छात्रों के एडमिशन भी कर दिए गए जिनकी उम्र 17 साल से कम थी। विवि ने कॉलेजों को एडमिशन निरस्त करने और ली गई फीस वापस करने को कहा है। समस्या यह है कि रुहेलखंड विवि ने उम्र का ऐसा कोई निर्देश अपनी वेबसाइट पर नहीं जारी किया था और बिना जांच पड़ताल के आंख मूंद कर दाखिले कर दिए गए। बीस बीएलएड कॉलेजों की 1050 सीटों से 24 से 27 अगस्त तक काउंसलिंग हुई। इसमें करीब 700 सीटों पर दाखिले हो गए हैं। रविवार को काउंसलिंग खत्म होने के बाद रिकार्ड तैयार करने प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि कई कॉलेजों में ऐसे छात्रों के एउमिशन हो गए जो एक अक्तूबर 2017 तक 17 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर रहे थे। यह गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद ऐसे छात्रों की सूची तैयार की गई है। इसके बाद इन छात्रों का रिकार्ड एडमिशन लेने वाले कॉलेजों को भेज दिया गया। दरअसल इसमें विवि प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। एडमिशन के दौरान वेरीफिकेशन नहीं किया गया और न ही प्रवेश नियमों को देखा गया। अब विवि ने कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले ऐसे छात्रों की सूची जारी की है। साथ ही कॉलेजों को 10 हजार रुपये फीस वापस करने को कहा गया है। उधर रविवार को काउंसलिंग के आखिरी दिन 901-1200 रैंक के अभ्यर्थी बुलाए गए थे। काउंसलिंग के बाद 700 सीटें भर गई हैं।
विवि ने बीएलएड के लिए ऑनलाइन आवेदन कराया था। इसमें इन छात्रों ने पंजीकरण भी करा दिया। विवि ने परीक्षा दिला दी और फिर एडमिशन भी कर दिया। कई स्तर पर हुई चूक की वजह से विवि को एक बार फिर संशोधन करना पड़ेगा। इसके बाद ही विवि प्रशासन सेकेंड मेरिट लिस्ट जारी कर सकेगा।
विवि में बीएलएड की काउसलिंग में छात्र छात्रओ की भीड़ रही। ’ फाइल फोटो
गलती पकड़ में आने के बाद अब एडमिशन किया गया निरस्त
लापरवाही
ऑनलाइन आवेदन में भी नहीं पकड़ पाए गलती
बरेली प्रमुख संवाददाताबीएलएड की काउंसलिंग खत्म होने के बाद पकड़ में आई एक गलती ने विवि की मुसीबत बढ़ा दी है। ऐसे छात्रों के एडमिशन भी कर दिए गए जिनकी उम्र 17 साल से कम थी। विवि ने कॉलेजों को एडमिशन निरस्त करने और ली गई फीस वापस करने को कहा है। समस्या यह है कि रुहेलखंड विवि ने उम्र का ऐसा कोई निर्देश अपनी वेबसाइट पर नहीं जारी किया था और बिना जांच पड़ताल के आंख मूंद कर दाखिले कर दिए गए। बीस बीएलएड कॉलेजों की 1050 सीटों से 24 से 27 अगस्त तक काउंसलिंग हुई। इसमें करीब 700 सीटों पर दाखिले हो गए हैं। रविवार को काउंसलिंग खत्म होने के बाद रिकार्ड तैयार करने प्रक्रिया शुरू हुई तो पता चला कि कई कॉलेजों में ऐसे छात्रों के एउमिशन हो गए जो एक अक्तूबर 2017 तक 17 वर्ष की आयु पूरी नहीं कर रहे थे। यह गड़बड़ी पकड़ में आने के बाद ऐसे छात्रों की सूची तैयार की गई है। इसके बाद इन छात्रों का रिकार्ड एडमिशन लेने वाले कॉलेजों को भेज दिया गया। दरअसल इसमें विवि प्रशासन की बड़ी चूक सामने आई है। एडमिशन के दौरान वेरीफिकेशन नहीं किया गया और न ही प्रवेश नियमों को देखा गया। अब विवि ने कॉलेजों में प्रवेश लेने वाले ऐसे छात्रों की सूची जारी की है। साथ ही कॉलेजों को 10 हजार रुपये फीस वापस करने को कहा गया है। उधर रविवार को काउंसलिंग के आखिरी दिन 901-1200 रैंक के अभ्यर्थी बुलाए गए थे। काउंसलिंग के बाद 700 सीटें भर गई हैं।
विवि ने बीएलएड के लिए ऑनलाइन आवेदन कराया था। इसमें इन छात्रों ने पंजीकरण भी करा दिया। विवि ने परीक्षा दिला दी और फिर एडमिशन भी कर दिया। कई स्तर पर हुई चूक की वजह से विवि को एक बार फिर संशोधन करना पड़ेगा। इसके बाद ही विवि प्रशासन सेकेंड मेरिट लिस्ट जारी कर सकेगा।
विवि में बीएलएड की काउसलिंग में छात्र छात्रओ की भीड़ रही। ’ फाइल फोटो
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