खुले में शौच से मुक्ति दिलाएगा निबंध
बरेली : निबंध, एक ऐसा शब्द जिसे सुनकर सभी को बचपन याद आ जाता है। जिस विषय पर निबंध लिखाया जाता था, उसके बारे में सकारात्मक, नकारात्मक पहलुओं की जानकारी लेते और बेहतर तरीके से लिखते। अब निबंध को खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ) का भी जरिया बनाया जाएगा। शिक्षक दिवस पर परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से घरों में शौचालय बनवाने के लिए निबंध लिखाया जाएगा। जोकि अभिभावकों को संबोधित होगा। निबंध में बच्चे लिखेंगे कि पापा, मम्मी हमारे स्कूल में शौचालय है तो घर में भी होना चाहिए। क्योंकि खुले में शौच जाना तो गलत है। इससे बीमारियां फैलती हैं और आबोहवा दूषित होती है। हमारे आसपास अधिकांश लोगों के घरों में शौचालय हैं। इस निबंध के बारे में उनके अभिभावकों को बताया जाएगा। एडी बेसिक, बरेली मंडल शशि देवी शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर निबंध लिखवाने के लिए बीएसए को निर्देश दिए जा चुके हैं। इसकी तैयारियां भी जिला स्तर पर शुरू हो गई हैं। इससे गांवों और कस्बों को ओडीएफ करने में बड़ी मदद मिलेगी। 1बरेली : निबंध, एक ऐसा शब्द जिसे सुनकर सभी को बचपन याद आ जाता है। जिस विषय पर निबंध लिखाया जाता था, उसके बारे में सकारात्मक, नकारात्मक पहलुओं की जानकारी लेते और बेहतर तरीके से लिखते। अब निबंध को खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ) का भी जरिया बनाया जाएगा। शिक्षक दिवस पर परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से घरों में शौचालय बनवाने के लिए निबंध लिखाया जाएगा। जोकि अभिभावकों को संबोधित होगा। निबंध में बच्चे लिखेंगे कि पापा, मम्मी हमारे स्कूल में शौचालय है तो घर में भी होना चाहिए। क्योंकि खुले में शौच जाना तो गलत है। इससे बीमारियां फैलती हैं और आबोहवा दूषित होती है। हमारे आसपास अधिकांश लोगों के घरों में शौचालय हैं। इस निबंध के बारे में उनके अभिभावकों को बताया जाएगा। एडी बेसिक, बरेली मंडल शशि देवी शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर निबंध लिखवाने के लिए बीएसए को निर्देश दिए जा चुके हैं। इसकी तैयारियां भी जिला स्तर पर शुरू हो गई हैं। इससे गांवों और कस्बों को ओडीएफ करने में बड़ी मदद मिलेगी। 1
बरेली : निबंध, एक ऐसा शब्द जिसे सुनकर सभी को बचपन याद आ जाता है। जिस विषय पर निबंध लिखाया जाता था, उसके बारे में सकारात्मक, नकारात्मक पहलुओं की जानकारी लेते और बेहतर तरीके से लिखते। अब निबंध को खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ) का भी जरिया बनाया जाएगा। शिक्षक दिवस पर परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से घरों में शौचालय बनवाने के लिए निबंध लिखाया जाएगा। जोकि अभिभावकों को संबोधित होगा। निबंध में बच्चे लिखेंगे कि पापा, मम्मी हमारे स्कूल में शौचालय है तो घर में भी होना चाहिए। क्योंकि खुले में शौच जाना तो गलत है। इससे बीमारियां फैलती हैं और आबोहवा दूषित होती है। हमारे आसपास अधिकांश लोगों के घरों में शौचालय हैं। इस निबंध के बारे में उनके अभिभावकों को बताया जाएगा। एडी बेसिक, बरेली मंडल शशि देवी शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर निबंध लिखवाने के लिए बीएसए को निर्देश दिए जा चुके हैं। इसकी तैयारियां भी जिला स्तर पर शुरू हो गई हैं। इससे गांवों और कस्बों को ओडीएफ करने में बड़ी मदद मिलेगी। 1बरेली : निबंध, एक ऐसा शब्द जिसे सुनकर सभी को बचपन याद आ जाता है। जिस विषय पर निबंध लिखाया जाता था, उसके बारे में सकारात्मक, नकारात्मक पहलुओं की जानकारी लेते और बेहतर तरीके से लिखते। अब निबंध को खुले में शौच से मुक्ति (ओडीएफ) का भी जरिया बनाया जाएगा। शिक्षक दिवस पर परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों से घरों में शौचालय बनवाने के लिए निबंध लिखाया जाएगा। जोकि अभिभावकों को संबोधित होगा। निबंध में बच्चे लिखेंगे कि पापा, मम्मी हमारे स्कूल में शौचालय है तो घर में भी होना चाहिए। क्योंकि खुले में शौच जाना तो गलत है। इससे बीमारियां फैलती हैं और आबोहवा दूषित होती है। हमारे आसपास अधिकांश लोगों के घरों में शौचालय हैं। इस निबंध के बारे में उनके अभिभावकों को बताया जाएगा। एडी बेसिक, बरेली मंडल शशि देवी शर्मा ने बताया कि शिक्षक दिवस पर निबंध लिखवाने के लिए बीएसए को निर्देश दिए जा चुके हैं। इसकी तैयारियां भी जिला स्तर पर शुरू हो गई हैं। इससे गांवों और कस्बों को ओडीएफ करने में बड़ी मदद मिलेगी। 1
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