23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम स्थल शाहंशाहपुर से गिरफ्तार किए गए 36 शिक्षामित्रों को रिहाई गुरुवार को भी नहीं हो सकी। विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने जमानत अर्जी खारिज कर दी। अब सेशन कोर्ट में पेशी के बाद शिक्षामित्रों की रिहाई पर फैसला होगा।
प्रशासन ने महिलाओं के लिए दो-दो लाख रुपये के दो जमानतदार, जबकि पुरुषों के लिए पांच-पांच लाख रुपये के दो जमानतदार की शर्त रखी थी। बेल बांड की सभी औपचारिकताएं बुधवार को पूरी कर एसडीएम राजातालाब के कार्यालय में सौंप दी गई थी। गुरुवार को शिक्षामित्रों के रिहाई की बात कही जा रही थी, जो नहीं हो सकी। बीते शनिवार को पशु धन प्रक्षेत्र का लोकार्पण करने शाहंशाहपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में अपनी मांगों को लेकर शिक्षामित्रों ने हंगामा कर दिया था। गिरफ्तार शिक्षामित्रों में आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की प्रांतीय सचिव रीना सिंह समेत मीरजापुर, कुशीनगर, अलीगढ़ व हाथरस समेत करीब 12 जिलों के शिक्षामित्रों को निरुद्ध किया गया। जमानत की राशि भी काफी अधिक कर देने की वजह से दूरदराज के जिलों से शिक्षामित्रों के अभिभावकों को काशी पहुंचना पड़ा।
आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष अमरेंद्र दुबे ने बताया कि पुलिस की ओर से नई धारा जोड़ने से शिक्षामित्रों की जमानत नहीं हो सकी। कहा कि शुक्रवार को सेशन कोर्ट में पेशी के बाद रिहाई की उम्मीद है।
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