कानपुर : देश की शिक्षा प्रणाली में आमूलचूल परिवर्तन को प्रयासरत केंद्र सरकार अब प्रोजेक्ट आधारित पढ़ाई का खाका तैयार कर रही है। गणित व विज्ञान जैसे विषयों में छोटे-छोटे प्रोजेक्ट होंगे। इससे छात्र विषयों को आसानी के साथ रुचिकर तरीके से समझ सकेंगे। स्कूल स्तर पर इसे जल्द शुरू किया जाएगा। इंजीनियरिंग कालेजों की पढ़ाई भी छात्र इसी प्रारूप से करेंगे।
आइआइटी में शनिवार को आये नीति आयोग के सदस्य डा.वीके सारस्वत ने खास बातचीत में बताया कि पाठ्यक्रम आधारित शिक्षा प्रणाली में बदलाव की जरूरत है। कई कालेजों में केवल इंजीनियरिंग साइंस की पढ़ाई होती है। उन्हें टेक्नोलाजी का ज्ञान भी देना चाहिए। इसके लिए नीति बनाई जा रही है। आइआइटी व देश के नामी उच्च शिक्षण संस्थानों से सरकार को बहुत अपेक्षाएं हैं। बिजली, पानी व यातायात से संबंधित समस्याओं का हल यहां पर होने वाले अनुसंधानों से निकाला जा सकता है। इन संस्थानों में ऐसे शोध की आवश्यकता है जिससे आम आदमी की जरूरत पूरी होने के साथ देश को अर्थिक मजबूती मिले।
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