बेसिक स्कूलों में सुधार की कवायद अब धीरे-धीरे तेज हो गई है। इसका श्रेय भी बेसिक स्कूलों के उन शिक्षकों को जाता है जो वास्तव में बेसिक शिक्षा के प्रति नकारात्मक छवि को दूर करने में दिल से जुटे हैं। अब ऐसे स्कूल जिनको पर्यावरण, स्लोगन, स्वच्छता व बच्चों की उपस्थिति और पठन-पाठन को सुधारा हो तो ऐसे स्कूलों को सीबीएसई की तर्ज पर संचालित किया जाएगा।
बेसिक शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश में बेसिक स्कूलों को सीबीएसई पैटर्न पर संचालित करने का शासनादेश जारी कर दिया है। इसमें हर ब्लाक में पांच-पांच स्कूलों का चयन किया जाएगा। बीएसए ने ऐसे स्कूलों को चिह्न्ति करना शुरू कर दिया है।
मुरादाबाद में अभी दो बेसिक स्कूल सीबीएसई पैटर्न पर हैं। अब सभी अच्छे स्कूलों को सीबीएसई पैटर्न पर संचालित किया जाएगा। महात्मा गांधी जयंती दो अक्टूबर से बेसिक स्कूलों को इस पैटर्न पर संचालित करने की शुरुआत हो जाएगी। वर्ष 2018 से हर ब्लाक में पांच-पांच ऐसे स्कूल खुल जाएंगे। सीबीएसई पैटर्न पर संचालित स्कूलों में ऐसे शिक्षकों को स्थानांतरित किया जाएगा। बेसिक शिक्षा विभाग की अंग्रेजी भाषा में प्रकाशित किताबों से बच्चे पढ़ेंगे। बेसिक शिक्षा निदेशालय अंग्रेजी भाषा में सभी विषयों की किताबें हर वर्ष छपवाता है। मुरादाबाद के लोधीपुर राजपूत स्थित प्राइमरी स्कूल, मूंढापांडे समेत कई स्कूलों को सीबीएसई पैटर्न पर करने की तैयारी बेसिक शिक्षा विभाग ने शुरू कर दी है। इससे ऐसे पब्लिक स्कूलों में महंगी फीस लेकर पढ़ाने वालों के लिए एक विकल्प होगा कि वह अब सरकारी स्कूल में सीबीएसई की शिक्षा अपने बच्चों को दिला सकेंगे।जिनमें गुणात्मक सुधार हुआ उनमें होगी सीबीएसई पैटर्न पर पढ़ाई
गांधी जयंती दो अक्टूबर से शुरू हो जाएगा सीबीएसई पैटर्नशीघ्र ही सीबीएसई पैटर्न पर कुछ स्कूलों को संचालित किया जाएगा। इसके लिए स्कूलों को चिह्न्ति किया जा चुका है। वर्ष 2018 तक हर ब्लॉक में पांच-पांच स्कूल सीबीएसई पैटर्न पर संचालित होंगे। -संजय सिंह, बीएसए
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