इलाहाबाद : सम्मिलित राज्य प्रवर अधीनस्थ सेवा प्रारंभिक (पीसीएस-प्री) परीक्षा 2017 आगामी 24 सितंबर को ही होगी। उप्र लोकसेवा आयोग ने शुक्रवार को वेबसाइट 4स्रस्र2ङ्घ.4स्र.ल्ल्रङ्घ.्रल्ल पर इसका एडमिट कार्ड अपलोड कर दिया है। अभ्यर्थी जन्मतिथि व रजिस्ट्रेशन नंबर आदि के माध्यम से उसे डाउनलोड कर सकते हैं। आयोग ने अभ्यर्थियों के परीक्षा केंद्र आवंटन में फिर पुरानी शैली में कार्य किया है। इलाहाबाद के अभ्यर्थियों को लखनऊ, कानपुर, रायबरेली भेजा गया है। इससे प्रतियोगियों में नाराजगी है।
उप्र लोकसेवा आयोग (यूपी पीएससी) ने लंबे इंतजार के बाद पीसीएस 2017 की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर चल रहे उहापोह को खत्म कर दिया है। आयोग ने इस परीक्षा की तारीखों में तीन बार बदलाव किया। पिछले महीने आयोग ने परीक्षाओं का नया कैलेंडर जारी किया था, उसमें भी इस परीक्षा की तारीख में बदलाव करने से इन्कार नहीं किया था। इससे अभ्यर्थियों की तैयारियां प्रभावित हो रही थी। शुक्रवार शाम को आयोग ने वेबसाइट पर परीक्षा का एडमिट कार्ड जारी करके सारी शंकाएं खत्म कर दी हैं, अब 24 सितंबर को ही होगा।
आयोग ने परीक्षा केंद्रों के निर्धारण में इस बार भी पुरानी शैली बरकरार रखी है। प्रतियोगियों की मांग के बाद भी उन्हें मनचाहा परीक्षा केंद्र नहीं दिया गया, बल्कि सुदूर जिलों में भेजा गया है। इस बार यह जरूर किया गया है कि तमाम जिलों के अभ्यर्थियों को करीबी जिलों में भेजा गया है। ज्यादातर इलाहाबाद के अभ्यर्थियों को लखनऊ, कानपुर, रायबरेली, प्रतापगढ़, वाराणसी आदि जिलों में भेजा गया है। वहीं, प्रतापगढ़ के अभ्यर्थियों को लखनऊ, सोनभद्र को वाराणसी, लखनऊ के अभ्यर्थी कानपुर, गोरखपुर व जौनपुर के अभ्यर्थियों को वाराणसी, मीरजापुर के अभ्यर्थियों को इलाहाबाद व वाराणसी, देवरिया के अभ्यर्थी आजमगढ़ भेजे गए हंै।
प्रतियोगी अशोक पांडेय ने कहा कि आयोग की ओर से प्रतियोगियों का शोषण जारी है। सुदूर जिलों में भेजे गए अभ्यर्थियों को अब एक दिन पहले ही संबंधित जिलों में जाना होगा। उनकी मांग थी कि परीक्षा केंद्र उसी जिले में रखा जाए और नकल रोकने के लिए आयोग सख्त उठाए, आयोग ने प्रतियोगियों को आश्वस्त जरूर किया लेकिन, केंद्र निर्धारण पुराने र्ढे पर ही हुआ है।
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