जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट) के उप प्राचार्य ब्रजेश कुमार स्थानांतरण के बाद भी विभाग में जमे हुए हैं। यही नहीं वह प्राचार्य का अतिरिक्त कार्य भार भी देख रहे हैं। ब्लाक संसाधन केंद्रों पर तैनात होने वाले सह समन्वयकों की परीक्षा के लिए तिथि भी घोषित कर दी है। निदेशक बेसिक शिक्षा विभाग को कार्यमुक्त होने के लिए दोबारा पत्र लिखना पड़ा है। निदेशालय ने 31 अगस्त को गोरखपुर डायट में तैनात उप प्राचार्य ब्रजेश कुमार का स्थानांतरण वाराणसी में रीडर कालेज आफ टीचर एजुकेशन के पद पर कर दिया। लेकिन उप प्राचार्य वाराणसी न जाकर गोरखपुर में ही जमे रहे और प्राचार्य का कार्यभार देखते रहे। जब वाराणसी में उन्होंने ज्वाइन नहीं किया तो निदेशालय के भी कान खड़े हो गए। अंतत: निदेशक को थकहार कर 19 अगस्त को कार्यमुक्त होने के लिए दोबारा पत्र लिखना पड़ा। इसके बाद भी उप प्राचार्य गोरखपुर से जाने का नाम नहीं ले रहे हैं। सह समन्वयकों की परीक्षा के लिए आठ अगस्त तिथि भी निर्धारित कर दी है। इसको लेकर प्राथमिक शिक्षकों में आक्रोश है। शिक्षकों का कहना है कि यह परीक्षा अप्रैल-मई में ही होनी थी। लेकिन डायट के उप प्राचार्य ने जानबूझकर परीक्षा की तिथि घोषित कर दी है। सूत्रों का कहना है कि निदेशक ने प्राचार्य के नाम से कार्यमुक्त करने का पत्र लिखा है। तो सवाल यह है कि आखिर प्राचार्य कौन है। विभाग के जानकारों का कहना है कि डायट की प्राचार्य रेखा श्रीवास्तव हैं। वह सितम्बर 2016 से अवकाश पर चल रही हैं। 15 जुलाई 2017 को वह एक घंटे के लिए डायट पहुंची थी और फिर से अवकाश पर चली गईं। इसके बाद से उप प्राचार्य ही प्राचार्य का कार्य भार देख रहे हैं। उप प्राचार्य ब्रजेश कुमार का कहना है कि प्राचार्य के अवकाश की जानकारी उन्हें नहीं है
No comments:
Write comments