फतेहपुर : बेसिक शिक्षा विभाग में पूरी की गई एबीआरसी (सह ब्लाक समन्वयक) चयन प्रक्रिया में बरती गई धांधली 26 सितंबर को जिले आ रहे डिप्टी सीएम के सामने उठाने की पूरी तैयारी की जा रही है। चयन से वंचित रहे दावेदारों में परिणाम आने के बाद खासी मायूसी है।
प्रक्रिया में धांधली का आरोप लगाकर शासन और प्रशासन ने सामने प्रकरण रख चुके हैं। डीएम ने मामले को संज्ञान में लेते हुए पहले जांच सीडीओ को सौंपी थी बाद में बदलकर जांच एडीएम को सौंप दी है। वहीं जिला प्रशासन की कार्यवाही में विश्वास न करते हुए मामले को डिप्टी सीएम के संज्ञान में डालने चक्रव्यूह रचा जा रहा है। बेसिक शिक्षा में एबीआरसी के 70 पद हैं जिसमें 48 के लिए चयन प्रक्रिया आयोजित की गई थी। लिखित एवं साक्षात्कार के बीच से गुजारी गई प्रक्रिया को दोषपूर्ण बताते हुए विरोध के स्वर निकल रहे हैं।
प्रक्रिया में डायट प्रचार्य को अध्यक्ष एवं बीएसए को सचिव बनाया गया था। दावेदारों को दूसरे ब्लाकों में चयनित करके भेज दिया गया है। जिसके पीछे यह मंशा है कि चयनित दावेदार के ज्वाइन न करने पर वरीयता क्रम के दूसरे स्थान वाले को स्थान मिल जाएगा। शिकायत करने वाले डिप्टी सीएम के आने का मौका हाथ से जाने नहीं देना चाहते हैं।
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