वाराणसी : प्रधान मंत्री के कार्यक्रम के दौरान शाहंशाहपुर से गिरफ्तार किए गए शिक्षामित्रों को छुड़ाने के लिए बड़ी संख्या में शिक्षामित्र सोमवार को काशी पहुंचेंगे। संगठन के पदाधिकारियों को भी बंद करने की वजह से प्रदेश स्तर पर अधिक से अधिक शिक्षामित्रों को जिला जेल पहुंचने का आह्वान किया गया है। खुफिया रिपोर्ट में भी शिक्षामित्रों के जुटने का अंदेशा जताया गया है।
शनिवार को पशु धन प्रक्षेत्र का लोकार्पण करने शाहंशाहपुर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जनसभा में अपनी मांगों को लेकर शिक्षामित्रों ने हंगामा कर दिया था। इसके बाद पुलिस ने 37 शिक्षामित्रों को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार शिक्षामित्रों में आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसोसिएशन की प्रांतीय सचिव रीना सिंह भी शामिल हैं। मीरजापुर, कुशीनगर, अलीगढ़ व हाथरस समेत करीब 12 जिलों के शिक्षामित्रों को भी जेल में निरुद्ध किया गया है। संगठन के जिला स्तर के भी तमाम पदाधिकारियों की गिरफ्तारी की वजह से शिक्षामित्रों में रोष है।
गिरफ्तारी के विरोध में शिक्षामित्र शनिवार को भी जिला जेल पहुंचे थे। हालांकि प्रशासन गिरफ्तार शिक्षामित्रों को छोड़ने को तैयार नहीं हुआ। शिक्षामित्रों की दलील है कि प्रशासन के धोखे की वजह से शिक्षामित्रों का आंदोलन बढ़ा। संगठन के पदाधिकारी संतोष मिश्र ने कहा कि प्रधानमंत्री से मिलाने की बजाय प्रतिनिधिमंडल के पांच सदस्यों को नजरबंद कर दिया गया। बताया कि पास बनवाने के बाद भी प्रधानमंत्री से नहीं मिलवाने का औचित्य समझ से परे है। शिक्षामित्र समायोजन के अलावा समान कार्य समान वेतन की मांग को लेकर काफी समय से आंदोलन पर हैं। प्रदेश स्तर पर आंदोलन के साथ ही दिल्ली के जंतर-मंतर पर भी चार दिनों तक प्रदर्शन के बाद भी मसले का हल नहीं निकल सका है।
■ जिला जेल में 12 जिलों के शिक्षामित्र व पदाधिकारी भी बंद
■ शनिवार को पीएम के कार्यक्रम में हंगामें के बाद गिरफ्तार हुए थे काफी कहने के बाद भी पुलिस ने गिरफ्तार शिक्षामित्रों को नहीं छोड़ा। इन्हें छुड़ाने के लिए सोमवार को जरूरी कानूनी प्रक्रिया अपनाई जाएगी। साथियों को बल देने कई जिलों के शिक्षामित्र काशी पहुंचेंगे। -अमरेंद्र दुबे, जिलाध्यक्ष, आदर्श समायोजित शिक्षक वेलफेयर एसो.।
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