संवाद सहयोगी, हाथरस: वर्ष 2004-05 में डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड करके सहायक अध्यापक बने कई शिक्षकों पर जल्द ही गाज गिर सकती है। बीएसए को एक सीलबंद लिफाफा प्राप्त हो गया है, जिसका जल्द ही अवलोकन किया जाएगा। डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा से वर्ष 2004-05 के शिक्षण सत्र में बीएड की मार्कशीट बना दी गई। कोर्ट में याचिका डालने के बाद इस मामले की जांच एसआइटी ने की है। प्रदेश में 4570 अभ्यर्थी इन्हीं डिग्री के सहारे सहायक अध्यापक बन गए। एसआइटी की जांच पूरी हो जाने के बाद अब फर्जी मार्कशीट के आधार पर नौकरी हासिल करने वाले शिक्षकों पर गाज गिरने वाली है। बताते चलें कि वर्ष 2004-05 में बीएड की इन्हीं मार्कशीट के सहारे हाथरस में भी शिक्षक तैनात हो गए हैं। एसआइटी ने सोलह शिक्षकों को पूर्व में नोटिस जारी किए थे। अब कार्रवाई होने वाले शिक्षकों की सूची बीएसए कार्यालय भेज दी गई है। बीएसए रेखा सुमन ने बताया कि जो सूची कार्यालय में आई है, अभी उसका अवलोकन नहीं किया गया। सूची में यदि यहां तैनात शिक्षकों के नाम हुए तो नियमानुसार कार्रवाई तय की जाएगी।
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