इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने शुक्रवार को एक साथ दो रिकॉर्ड बनाए हैं। बोर्ड के इतिहास में पहली बार हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं छह फरवरी से शुरू हो रही हैं। इससे पहले कभी इतना पहले इम्तिहान शुरू नहीं हो सका। वहीं, परीक्षा कार्यक्रम की घोषणा आमतौर पर दिसंबर माह में होती रही है, वह भी इस बार घटकर अक्टूबर में आ गई है। बोर्ड प्रशासन ने यह दोनों कार्य शासन के कड़े निर्देशों के बाद अनुपालन किया है।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटर की परीक्षाएं आमतौर पर मार्च व अप्रैल माह में होती रही हैं और उसका परीक्षा परिणाम मई से लेकर जून माह तक में जारी होता था। इसकी वजह यह थी कि बोर्ड के विद्यालयों का शैक्षिक सत्र जुलाई से शुरू होता था। इधर सत्र पहली अप्रैल से शुरू होना शुरू हुआ तो परीक्षा कार्यक्रम में भी बदलाव किया गया। इसीलिए 2016 की परीक्षा 18 फरवरी से शुरू होकर 21 मार्च तक चली। इसी राह पर बढ़ते हुए 2017 की परीक्षा भी 16 फरवरी से कराने की तैयारी हुई। पूर्व शिक्षा निदेशक ने इस तारीख का एलान भी कर दिया था लेकिन, उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव के कारण आखिरकार उसे बदलना पड़ा और परीक्षाएं 16 मार्च से शुरू होकर 21 अप्रैल तक चलीं।
इस बार शासन ने पहले ही परीक्षा कार्यक्रम बनाने व उसकी घोषणा को लेकर सख्त निर्देश दिए कि दोनों कम से कम समय में जारी किए जाएं। सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि अक्टूबर माह में ही परीक्षा कार्यक्रम घोषित करने की मुख्य वजह तैयारी को ध्यान में रखते हुए किया गया है। वह समय से तैयारी करें और परीक्षा के लिए मानसिक रूप से अभी से तैयार हो जाएं।
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