इलाहाबाद : यूपी बोर्ड प्रशासन परीक्षा में सख्ती और सहूलियत दोनों पर समान जोर दे रहा है। जहां एक ओर परीक्षा में नकल रोकने को विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं, वहीं परीक्षार्थियों को भागदौड़ न करनी पड़े इसका भी बंदोबस्त हो रहा है। बोर्ड प्रशासन जिन स्कूलों में 100 छात्रएं परीक्षार्थी हैं उसे परीक्षा केंद्र बनाने की तैयारी है। साथ ही जिन कालेजों में 15 परीक्षार्थी होंगे उस कालेज को प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र बनाया जाएगा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2018 की लिखित परीक्षा छह फरवरी से प्रस्तावित हैं। इन दिनों परीक्षा केंद्र निर्धारण की प्रक्रिया चल रही है। बोर्ड के सभापति से डिबार केंद्रों की अनुमोदित सूची का इंतजार है। इसके बाद अनंतिम सूची जारी होगी। सूत्रों की मानें यह प्रक्रिया इसी सप्ताह पूरी करने की तैयारी है। वहीं, अगले माह 15 दिसंबर से प्रायोगिक परीक्षाएं होनी हैं। उसके लिए केंद्र व परीक्षक तैनात करने का कार्य तेजी से हो रहा है। बोर्ड प्रशासन की तैयारी है कि जिस कालेज में 15 परीक्षार्थी होंगे उसे प्रायोगिक परीक्षा का केंद्र बनाएंगे, बशर्ते उस कालेज की साख साफ-सुथरी हो। जिन कालेजों में इससे कम परीक्षार्थी उन्हें नजदीक के दूसरे कालेजों में भेजा जाएगा।
यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है ताकि परीक्षार्थी व उनके अभिभावकों को भाग दौड़ न करनी पड़े। इसी तरह से परीक्षा केंद्र निर्धारण में भी छात्रओं का ख्याल रखा जा रहा है, इसीलिए 100 परीक्षार्थियों वाले कालेजों को केंद्र बनने का मौका मिल सकता है। यूपी बोर्ड में प्रायोगिक परीक्षा का परीक्षक बनने के लिए जिन शिक्षकों ने ऑनलाइन आवेदन किया है, उनका जिला विद्यालय निरीक्षकों से सत्यापन कराया जा रहा है।
इस बार परीक्षा में परीक्षार्थियों की संख्या बढ़ी है, ऐसे में परीक्षक बढ़ना तय है। बोर्ड प्रशासन की मंशा है कि जिन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी जाए, वह अनिवार्य रूप से संबंधित विद्यालय पहुंचकर इम्तिहान लें। किसी दूसरे परीक्षक के पहुंचने या फिर बिना कालेज पहुंचे ही इम्तिहान की औपचारिकता निभाना इस बार संभव नहीं होगा। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि इस माह के अंत तक प्रायोगिक परीक्षा केंद्र व परीक्षकों की सूची जारी करने की तैयारी है, ताकि समय पर प्रक्रिया पूरी हो सके।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की प्रयोगात्मक परीक्षा के मूल्यांकन में आंतरिक एवं वाह्य अंक जुड़ेंगे। परिषद की नीति के अनुसार बार परीक्षा में वाह्य परीक्षक 50 प्रतिशत अंक एवं छात्रों के आंतरिक शैक्षिक क्रियाकलापों पर इतने ही फीसद अंक परीक्षक देंगे। व्यक्तिगत परीक्षार्थियों के लिए निर्धारित परीक्षा केंद्रों के विद्यालयों में अध्यापकों द्वारा प्रदान किया जाएगा। शेष 50 प्रतिशत अंक वाह्य परीक्षक देंगे।
जिला विद्यालय निरीक्षक आरएन विश्वकर्मा ने बताया कि इलाहाबाद जनपद में वर्ष 2018 की इंटरमीडिएट प्रयोगात्मक परीक्षाएं 30 दिसंबर 2017 से 13 जनवरी 2018 के मध्य आयोजित की जाएंगी। इंटरमीडिएट की परीक्षा के लिए पंजीकृत छात्र संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की खेल एवं शारीरिक शिक्षा की अनिवार्य प्रयोगात्मक परीक्षाएं विद्यालय स्तर पर आयोजित की जाएंगी। इसी प्रकार हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षाएं गत वर्ष की भांति विद्यालय स्तर पर आंतरिक मूल्यांकन प्रोजेक्ट कार्य के आधार पर संपादित कराया जाएगा। हाईस्कूल के व्यक्तिगत परीक्षार्थी अपने अग्रसारण केंद्र के प्रधानाचार्य के माध्यम से प्रयोगात्मक परीक्षा में शामिल होंगे। हाईस्कूल में नैतिक खेल एवं शारीरिक शिक्षा की आंतरिक प्रयोगात्मक परीक्षा एवं इंटरमीडिएट की खेल व शारीरिक शिक्षा के प्राप्तांक विद्यालयों के प्रधानाचार्यो के माध्यम से परिषद की वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा, जो 15 दिसंबर से सक्रिय होगी। विद्यालयों के प्रधानाचार्य समय अनुसार परीक्षाओं का संपन्न कराएंगे।
■ जमा करनी होगी हस्ताक्षर युक्त नामावली
इलाहाबाद : वर्ष 2018 की परीक्षा में सम्मिलित होने वाले हाईस्कूल-इंटरमीडिएटके संस्थागत एवं व्यक्तिगत परीक्षार्थियों की हस्ताक्षर युक्त नामावली एवं अन्य अर्हता परिषद को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है। संबंधित संलग्नों सहित कक्षा नौ एवं 11 के अग्रिम पंजीकरण की हस्ताक्षर युक्त नामवली, कोषपत्र आदि तत्काल उपलब्ध कराएं।
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