इंदिरा गांधी नेशनल ओपेन यूनिवर्सिटी (इग्नू) समय के साथ तेजी से बदल रही है। अब हमारे छात्र बाबू, शिक्षक, प्रबंधक तक ही सीमित नहीं हैं। हमारे छात्र अब देश की प्रतिष्ठित परीक्षा आइएएस की टॉपर्स की लिस्ट में भी हर साल स्थान पक्का करते हैं। इस बार आए परीक्षा परिणाम में इग्नू से अध्ययन करने वाले पांच विद्यार्थियों ने देश की प्रतिष्ठित आइएएस परीक्षा की टॉप 100 लिस्ट में स्थान पक्का किया है। इसके पीछे कारण हमारी अध्ययन सामग्री का स्तरीय होना है। यह उद्गार इग्नू क्षेत्रीय केंद्र वाराणसी के सहायक क्षेत्रीय निदेशक यूएन त्रिपाठी ने व्यक्त किए। वे शनिवार को इग्नू के इलाहाबाद डिग्री कॉलेज केंद्र पर नवप्रवेशी विद्यार्थियों के परिचय सभा को संबोधित कर रहे थे। यूएन त्रिपाठी ने कहा कि विश्वविद्यालय की स्थापना देश के गरीब, वंचित व दूरस्थ क्षेत्रों में रहने वाले नौकरीपेशा व आम लोगों व महिलाओं को रोजगारपरक शिक्षा का अवसर देना है। उन्होंने कहा कि इग्नू में इस समय देशभर में 30 लाख से अधिक विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। विडंबना यह है कि प्रवेश लेने वाले और डिग्री लेने वालों की संख्या में काफी अंतर है। इसका सीधा मतलब है कि अधिकांश विद्यार्थी प्रवेश लेने के बाद अपना कोर्स पूरा नहीं कर पाते और बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं। यह चिंता का विषय है। नवप्रवेशी छात्रों को बहुत ही जागरूक होकर अध्ययन करने की जरूरत है। कार्यक्रम में बतौर विशिष्ट अतिथि महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ. हर्षदेव सिंह ने कहा कि छात्रों को अपना लक्ष्य निर्धारित कर अध्ययन करना चाहिए। बिना लक्ष्य के जीवन दिशाहीन होता है। हम कहीं नहीं पहुंचते। कार्यक्रम की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अतुल सिंह ने किया। अध्ययन केंद्र के समन्वयक डॉ. एसपी सिंह ने अतिथियों का स्वागत किया और अध्ययन केंद्र के नियम व सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी दी। केंद्र के सहायक समन्वयक डॉ. एनके जैन ने विद्यार्थियों को परीक्षा फार्म भरने, सत्रीय कार्य करने और उसे जमा करने, प्रवेश फीस आदि जमा करने की जानकारी दी। सहायक समन्वयक डॉ. संजय कुमार सिंह ने धन्यवाद ज्ञापन किया। इस अवसर पर प्रो. एचएन दुबे, डॉ. अरविंद मिश्र, डॉ. केसी अग्रवाल, डॉ. आरएन त्रिपाठी व डॉ. आनंद रहे।जासं
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