यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र निर्धारण में जिलों से हुई गड़बड़ी दूर करने के लिए बोर्ड प्रशासन की बढ़ गई है। बोर्ड ने जिलाधिकारियों के स्तर से विद्यालयों की आपत्तियां 27 नवंबर तक मांगी थीं जिसे निकाय चुनाव के दृष्टिगत बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया गया है। आपत्तियों के निस्तारण बाद परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची अब तीन दिसंबर तक जारी हो सकेगी।
प्रदेश के तमाम जिलों में बोर्ड परीक्षा के लिए जिस तरह से केंद्रों का निर्धारण हुआ है उससे यूपी बोर्ड की देशभर में खूब किरकिरी हुई। इसका ठीकरा माध्यमिक शिक्षा परिषद की सचिव नीना श्रीवास्तव ने जिला विद्यालयों निरीक्षकों पर फोड़ते हुए उन्हें चेतावनी तक दी थी। इसके साथ ही बोर्ड सचिव ने जिन जिलों में गड़बड़ी हुई वहां विद्यालयों की आपत्तियां लेने के लिए जिला विद्यालय निरीक्षकों को जिम्मेदारी सौंपी और जिलाधिकारियों के स्तर से आपत्तियों के निस्तारण व इसकी रिपोर्ट 27 नवंबर तक बोर्ड मुख्यालय भेजने का निर्देश दिया था।
इस बीच निकाय चुनाव में जिला प्रशासन और शिक्षकों की व्यस्तता के चलते 27 नवंबर तक निर्धारित आखिरी तारीख को बढ़ाकर 30 नवंबर कर दिया गया है। यानी जिलों से आपत्तियां यूपी बोर्ड को 30 नवंबर तक भेजी जा सकती हैं। बोर्ड सचिव का कहना है कि तीन दिसंबर तक अंतिम सूची का प्रकाशन होगा।’
निकाय चुनाव में अधिकारियों की व्यस्तता के चलते बढ़ी तारीख तीन दिसंबर तक जारी होगी परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूचीडिबार केंद्रों के चयन की हो जांच केंद्र निर्धारण में विद्या भारती के भी अच्छे विद्यालयों की अनदेखी और पहले से डिबार केंद्रों को तवज्जो मिलने के मसले पर विद्या भारती पूर्वी उत्तर प्रदेश के निरीक्षक बांके बिहारी पांडेय ने जिलाधिकारी सुहास एल वाई से मुलाकात की। उन्हें बताया कि इलाहाबाद जिले में विद्या भारती के विद्यालयों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया जबकि कई ऐसे विद्यालयों का चयन हुआ जो नकल की ठेकेदारी के लिए बदनाम हैं और पहले से डिबार भी हैं।
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