इलाहाबाद : यूपी बोर्ड ने 2018 की परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण में और कैंची चला दी है। केंद्रों की अनंतिम सूची में ही पिछले वर्ष की अपेक्षा 3361 परीक्षा केंद्र कम करने का दावा किया गया है, बीते वर्ष 11418 केंद्र बने थे। यह काम तब हुआ है, जब पिछले वर्ष की अपेक्षा हाईस्कूल व इंटरमीडिएट में परीक्षार्थियों की संख्या छह लाख 68 हजार 506 बढ़ गई है। 1माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड ने हाईस्कूल व इंटर की परीक्षा 2018 के लिए केंद्रों की अनंतिम सूची शुक्रवार को फाइनल कर दी है। बोर्ड प्रशासन ने पहले करीब तीन हजार परीक्षा केंद्रों को कम करने का दावा किया गया था लेकिन, सूची फाइनल होने पर यह संख्या और घट गई है।
यूपी बोर्ड में पहली बार इतने कम केंद्रों पर बड़ी संख्या में छात्र-छात्रएं इम्तिहान देंगे। अफसरों ने उहापोह के बाद शुक्रवार को प्रतापगढ़ जिले में भी केंद्र निर्धारण पूरा कर लिया है। वहां के कई विद्यालयों का प्रकरण हाईकोर्ट तक पहुंचा था, साथ ही पिछले वर्षो में पेपर आउट की घटनाओं पर तमाम कालेजों में दोबारा परीक्षा करानी पड़ी थी। ऐसे में वहां केंद्र निर्धारण देरी से हुआ है।
बोर्ड प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अनंतिम सूची पर अब जिलों पर ऑनलाइन व ऑफलाइन आपत्तियां ली जाएंगी, जिला विद्यालय निरीक्षक उनका निस्तारण करके जिलाधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी से अनुमोदित कराकर 27 अक्टूबर तक बोर्ड मुख्यालय को भेजेंगे। उस पर यूपी बोर्ड सचिव, पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिव व कमेटी के अन्य सदस्य आपत्तियों व जिलाधिकारी की रिपोर्ट पर तीन दिन 28, 29 व 30 को चर्चा करेंगे और 30 नवंबर की शाम को परीक्षा केंद्रों की अंतिम सूची जारी की जाएगी।
बोर्ड अफसरों की मानें तो हर जिले में आपत्तियां बड़े पैमाने पर आ सकती हैं, क्योंकि हर कोई अपने विद्यालय को परीक्षा केंद्र बनवाना चाहता है। ऐसे में उन्हीं आपत्तियों का संज्ञान लिया जाएगा, जिनका वाजिब कारण होगा। इसमें यह ध्यान जरूर रखा जाएगा कि छात्र-छात्रओं को बने केंद्र से कोई परेशानी न हो। बोर्ड प्रशासन का प्रयास है कि परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची में कम से कम संशोधन हो।
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