आंगनबाड़ी केंद्रो में आने वाले बच्चों में 42 फीसद का अभी तक आधार नामांकन नहीं हो सका है। सरकार ने इस काम में सुस्ती पर नाराजगी जताई है। साथ ही आधार नामांकन सभी का करने के निर्देश दिए हैं।
दरअसल, प्रदेश सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों में फर्जीवाड़ा रोकने के लिए पांच वर्ष तक के सभी बच्चों का आधार नामांकन जरूरी कर दिया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि योजना का लाभ पाने वाले सभी लाभार्थियों के नाम के आगे आधार संख्या दर्ज की जा सके। प्रदेश में कुल 2.29 करोड़ बच्चों के आधार नामांकन का लक्ष्य रखा गया है लेकिन, अभी तक 1.34 करोड़ के ही नामांकन हुए हैं। यानी 58 प्रतिशत बच्चों का ही आधार नामांकन हो सका है। सबसे धीमी प्रगति गोरखपुर की है। वहां मात्र 30 फीसद ही नामांकन हुए हैं। यहां 4.61 लाख बच्चों में मात्र 1.42 लाख का ही आधार नामांकन हुआ है। सबसे अच्छी प्रगति सीतापुर जिले की है। वहां लक्ष्य का 95 फीसद से अधिक नामांकन हुआ है। वहां 5.58 लाख लक्ष्य के सापेक्ष 5.34 लाख बच्चों का आधार नामांकन हो गया है। बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के उप निदेशक संतोष कुमार ने सभी जिलों को लक्ष्य के अनुसार आधार नामांकन में तेजी लाने के निर्देश दिए हैं।
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