इलाहाबाद : उप्र लोक सेवा आयोग ने पीसीएस (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 की उत्तर कुंजी 54 दिनों के इंतजार के बाद शुक्रवार शाम वेबसाइट पर जारी कर दी। खास बात यह है कि जिस तरह से आयोग ने विशेषज्ञों से प्रश्न पत्रों को बनवाकर परीक्षा निर्विवाद कराई थी उसी प्रकार अभ्यर्थियों से आपत्ति मांगने से पहले ही कुल छह प्रश्नों को स्वयं ही गलत मानकर रद कर दिया है। इनमें एक प्रश्न प्रथम प्रश्नपत्र से और पांच प्रश्न द्वितीय प्रश्न पत्र से रद किए हैं।
■ 23 तक वेबसाइट पर उत्तरकुंजी उपलब्ध, 24 तक मांगी आपत्तियां
■ आयोग ने किया प्रथम प्रश्न पत्र से एक और द्वितीय से पांच प्रश्न रद
आयोग ने सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा 2017 प्रदेश के 21 जिलों में बनाए गए 982 केंद्रों पर 24 सितंबर को कराई थी। दो पालियों में हुई परीक्षा में पंजीकृत चार लाख 55 हजार 297 अभ्यर्थियों के सापेक्ष दो लाख 46 हजार 710 ने परीक्षा दी थी। आयोग की वेबसाइट पर जारी उत्तर कुंजी में सामान्य अध्ययन-प्रथम तथा सामान्य अध्ययन-द्वितीय प्रश्नपत्र के चारों सीरीज (ए, बी, सी तथा डी) की उत्तरकुंजी वेबसाइट पर 23 नवंबर तक उपलब्ध रहेगी। अभ्यर्थी उसे देख लें। कोई विसंगति हो तो अपना प्रत्यावेदन निश्चित प्रारूप पर आयोग की परीक्षा नियंत्रक इलाहाबाद को डाक विभाग के जरिए या आयोग के काउंटर पर 24 नवंबर की शाम छह बजे तक किसी भी कार्यदिवस में उपलब्ध करा सकते हैं। कहा है कि प्रत्यावेदन प्राप्त करने की आखिरी तारीख 24 नवंबर ही रहेगी। इसके बाद प्राप्त प्रत्यावेदन पर आयोग कोई विचार नहीं करेगा।
■ प्रश्नों के रद होने पर फंसेगा पेंच : आयोग ने उत्तर कुंजी पर आपत्तियां आने से पहले ही विशेषज्ञों की राय पर दोनों प्रश्न पत्रों में कुल छह प्रश्नों को गलत मानते हुए रद कर दिया है। हालांकि इसमें पेंच फंसना तय माना जा रहा है क्योंकि प्रतियोगी छात्र इन प्रश्नों के समान अंक मिलने पर जोर दे रहे हैं जबकि आयोग का कहना है कि प्रश्नों के रद होने के बाद जितने प्रश्नों की संख्या बची है उसी के आधार पर रिजल्ट तय होगा। आयोग ने ओएमआर शीट की स्कैनिंग कराने के बाद प्रथम प्रश्नपत्र में समसामयिक के एक प्रश्न को, जबकि द्वितीय प्रश्नपत्र में अंग्रेजी, गणित और रीजनिंग के प्रश्न रद किया है।
आयोग सचिव जगदीश ने कहा है कि द्वितीय प्रश्नपत्र क्वालीफाइंग होता है उसमें मेरिट न बनाकर उत्तीर्ण होने के लिए 33 फीसद कम से कम अंक पाना आवश्यक होता है। बोले प्रश्नों को रद करने के बाद जितनी संख्या बची है उन्हीं पर अभ्यर्थियों को अंक दिए जाएंगे।
■ आपत्तियों के बाद विशेषज्ञ तय करेंगे बदलाव : आयोग ने एक तरफ पीसीएस प्री परीक्षा की उत्तरकुंजी जारी कर आपत्तियां मांगी है, वहीं दूसरी ओर ओएमआर शीट की स्कैनिंग भी पूरी हो चुकी है। ऐसे में सवाल उठता है कि आपत्तियां आने के बाद बदलाव किस प्रकार से करेंगे। आयोग सचिव ने कहा है कि आपत्तियां देखने के बाद आपत्तियों वाले प्रश्नों के उत्तरों का फिर से परीक्षण कराया जाएगा।’
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