■ वीडीओ कांफ्रेसिंग के जरिए प्रमुख सचिव कृषि ने अफसरों को दी जानकारी
इलाहाबाद : प्रदेश के किसानों की खुशहाली के लिए बहुत जल्द सरकारी विद्यालयों में किसानों की पाठशाला लगेगी। किसान अपनी फसलों की आय किस प्रकार से दोगुनी करें, इसको लेकर उन्हें पढ़ाया जाएगा। इस पाठशाला का आयोजन कृषि विभाग द्वारा किया जाएगा।
किसान पाठशाला में अधिकारी, मास्टर ट्रेनर किसानों को कमल गट्टा में अधिक पैदावार, प्रमाणित बीज चयन,औषधि खेती, सहफसली खेती, जैविक खेती, समय पर खेतों की बुआई समेत विभिन्न बिंदुओं की सीख देगें। साथ ही पाठशाला में सरकार की किसानों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। किसानों की पारंपरिक खेती करने की विधि से बाहर निकाल कर उन्हें तकनीकी खेती अपनाने की सीख देकर उनकी आय बढ़ाने को सरकार नई पहल आरंभ कर रही है। पांच दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मृदा दिवस है। इस मौके पर शाम को यह पाठशाला आयोजित की जाएगी।
इसके लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को भी अलग से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिला कृषि अधिकारी डा. अश्वनी कुमार सिंह द्वारा बताया गया कि पाठशाला में किसानों को कम लागत में अधिक उत्पादन लेने के बारे में विस्तृत जानकारी दी गयी। कार्यक्रम के लिए जनपद में सेक्टर अधिकारियों की नियुक्ति उप कृषि निदेशक विजय सिंह द्वारा कर दी गई है। जिला कृषि रक्षा अधिकारी इंद्रजीत यादव, भूमि संरक्षण अधिकारी गौरव कुमार सहित तमाम कर्मचारियों को मास्टर ट्रेनर प्रशिक्षण के लिए नियुक्त किया गया है। मंगलवार को प्रमुख सचिव कृषि उत्तर प्रदेश शासन वीडीओ कांफ्रेसिंग के द्वारा प्रदेश के समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए।
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