आय दूनी करने को शाम को चार से पांच बजे तक लगेंगी कक्षाएंइन विभागों के अधिकारी पठाएंगे पाठ कृषि विभाग, उद्यान, कृषि विज्ञान केंद्र, मत्स्य पालन, भूमि सरंक्षण, गन्ना विकास, गन्ना शोध परिषद आदि विभागों के अधिकारी, वैज्ञानिक व विशेषज्ञ किसानों को आधुनिक खेती की जानकारी देंगे।
प्रदेश के बेसिक स्कूलों में अब किसान भी पढ़ेंगे। उनकी कक्षाएं बच्चों की छुट्टी के बाद शाम को चार से पांच बजे के बीच लगेंगी। प्रथम चरण में न्याय पंचायत के दो गांवों में पांच दिवसीय कक्षाओं का संचालन होगा। प्रत्येक कक्षा में 80 से 100 किसानों को प्रशिक्षित किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। पांच दिसंबर को मुख्यमंत्री किसान पाठशाला का शुभारंभ करेंगे। इसके लिए प्रत्येक जिले में मास्टर ट्रेनर का प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया है।
किसान पाठशाला में यह होंगे मुख्य विषय : प्रमुख सचिव कृषि अमित मोहन की ओर से गत सप्ताह जारी पत्र में किसान पाठशाला के पाठ्यक्रम को भी तय कर दिया गया है। किसानों की दूनी आय के लिए कृषि विविधिकरण पर विशेष जोर दिया गया है। पाठशाला में कृषि प्रसार की योजनाओं की जानकारी के साथ ही शाकभाजी-औषधीय की खेती, पशुपालन और मत्स्य पालन, मृदा परीक्षण, गन्ने के साथ सहफसली तथा जैविक खेती का महत्व बताया जाएगा।
पांच दिसंबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे योजना का शुभारंभ, तैयारियां शुरू‘किसान पाठशाला अन्नदाताओं के लिए संजीवनी साबित होगी। किसान पारंपरिक खेती छोड़ आधुनिक खेती करेंगे। फसल लागत घटेगी, आय में इजाफा होगा। -डॉ.आरबी सिंह, उप कृषि निदेशक
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