फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहे एक शिक्षक को मंगलवार को बर्खास्त कर दिया गया। विभाग द्वारा अंक पत्र सत्यापन के दौरान सर्टिफिकेट के फर्जी होने का पता चला। खजनी क्षेत्र के उच्च प्राथमिक विद्यालय बदरा में तैनात सहायक अध्यापक अशोक बाबू फर्जी सर्टिफिकेट पर नौकरी कर रहा था। प्रमाण पत्र की जांच की प्रक्रिया में पता चला कि अशोक ने बीएससी का फर्जी अंकपत्र नौकरी के लिए लगाया था। सम्बंधित विश्वविद्यालय में सत्यापन के बाद सर्टिफिकेट के फर्जी होने का पता चला।
जुलाई से चल रहा था अवकाश पर: अशोक बाबू की नियुक्ति 24 सितंबर 2015 को गणित व विज्ञान के अध्यापकों के लिए आयी 29 हजार शिक्षकों की भर्ती में हुई थी। मूल रूप से फिरोजाबाद जिले के बुद्धधर पोस्ट सरई निवासी अशोक बाबू ने नौकरी के दौरान अपने किसी सहकर्मी से पढ़ाई-लिखाई के बारे में कोई जिक्र नहीं किया था। उसने जुलाई 2017 से ही अवकाश ले लिया था और अब तक विद्यालय नहीं आया था। अशोक ने रूहेलखंड विश्वविद्यालय बरेली से प्रदत्त बीएससी का सर्टिफिकेट लगाया था। विभाग द्वारा प्रमाण पत्रों की जांच के दौरान विश्वविद्यालय से उसके सर्टिफिकेट के फर्जी होने की पुष्टि हो गई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रामसागर पति त्रिपाठी ने बताया कि अंकपत्र सत्यापन के दौरान पता चला कि खजनी के बदरा उच्च प्राथमिक विद्यालय पर कार्यरत सहायक अध्यापक अशोक बाबू का सर्टिफिकेट फर्जी है। उसे तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया गया है।’पाया गया सर्टिफिकेट उच्च प्राथमिक विद्यालय बदरा खजनी में थी तैनाती
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