इलाहाबाद : सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) 2017 की उत्तर कुंजी जारी कर चुके उप्र लोक सेवा आयोग ने अब पूरी परीक्षा को निर्विवाद रूप से कराने की ओर कदम बढ़ाया है। प्रतियोगी छात्रों की हर आपत्तियों पर संजीदगी बरतते हुए आयोग उन्हें निस्तारित करने को विशेषज्ञों की मदद लेगा। आयोग इस कोशिश में है कि परीक्षा विवादित न हो और अभ्यर्थियों को कोर्ट जाने का मौका न मिले। उत्तर माला को वेबसाइट पर परीक्षा के 54 दिनों बाद जारी करना और छह प्रश्नों को खुद ही रद (डिलीट) कर देने के पीछे भी आयोग की यही मंशा है।
शुक्रवार शाम आयोग की वेबसाइट पर जारी उत्तर कुंजी को देख प्रदेश भर में अभ्यर्थी अपने उत्तरों का मिलान करने में तेजी से जुट गए हैं। उत्तर विकल्प गलत हैं या सही, इसे पुष्ट करने को विभिन्न राज्यों की किताबों के पन्ने भी पलटने शुरू हो गए हैं। पहले दिन प्रथम प्रश्न पत्र में तीन और द्वितीय प्रश्न पत्र में चार उत्तरों पर आपत्ति सामने आई है लेकिन, अभ्यर्थियों का कहना है कि कुछ और प्रश्नों के उत्तरों का मिलान कर एक दो दिन में स्पीड पोस्ट से आयोग को आपत्तियां भेजेंगे। अभ्यर्थियों ने छह प्रश्नों को रद करने के आयोग के कदम को उचित ठहराते हुए कहा है कि आगे भी गंभीरता पीसीएस परीक्षा 2017 को किसी प्रकार के विवाद से बचा सकती है। आयोग के सचिव जगदीश का कहना है कि 24 नवंबर की शाम छह बजे तक आपत्तियां मांगी गई हैं।
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