कोल्ड स्टोरेज में भंडारित आलू को अब परिषदीय विद्यालयों के मिड-डे-मील में खपाया जाएगा। इसके लिए मध्याह्न भोजन प्राधिकरण के निर्देश पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सभी प्रधानाध्यापकों को दिए हैं।
बाजार में आलू की हालत काफी खराब है। किसानों को आलू की लागत निकालना तो दूर कोल्ड स्टोरेज का किराया चुकाना भी मुश्किल हो रहा है। बड़े व्यापारी जहां कम दामों पर आलू की खरीद कर रहे हैं, वहीं फुटकर में यही आलू दोगुने से भी अधिक कीमत पर मिल रहा है। ऐसे में किसानों को मुनाफा दिलाने और कोल्ड स्टोरेज में भंडारित आलू की निकासी के लिए शासन ने एक नया उपाय निकाला है। इसके तहत अब जिले के 2176 परिषदीय विद्यालयों में बनने वाले मिड-डे-मील में आलू की खपत की जाएगी। अब विद्यालय के प्रधानाध्यापक बाजार से आलू न खरीदकर सीधा कोल्ड स्टोरेज में जाकर किसानों से आलू की खरीद करेंगे। इससे जो मुनाफा व्यापारी कमा लेते थे वह किसानों को मिल जाएगा। साथ ही कोल्ड स्टोरेज से भी आलू की निकासी हो जाएगी। बीएसए विजय प्रताप सिंह ने बताया कि सभी प्रधानाध्यापकों को इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए गए हैं।
मध्याह्न भोजन प्राधिकरण ने कोल्ड से खरीदने के दिए निर्देश कोल्ड स्टोरेज में भंडारित आलू की निकासी न होने से आ रहीं दिक्कतें किसानों से जानेंगे एक फीसद कटौती की सच्चाई
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