अम्बेडकर विश्व विद्यालय आगरा में हुए बीए और बीएड की मार्कशीट के फर्जीवाड़े की जांच की आंच जिले में भी पहुंच चुकी है। डीजी और एसआईटी का पत्र आने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा पूरे जिले के शिक्षकों का विवरण तैयार किया जा रहा है। शिक्षकों सें बीए व बीएड की डिग्री और नियुक्ति पत्रों की फोटो कॉपी मांगी गई है। इससे शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है।
आगरा के अम्बेडकर विवि पर विगत दिनों करीब 4000 से अधिक फर्जी मार्कशीट बनाए जाने का आरोप लगा है। इसकी जांच प्रदेश स्तर पर डीजी और विशेष जांच दल एसआईटी द्वारा कराई जा रही है। आरोप लगने के बाद जांच दल ने प्रदेश के हर जिलों में पत्र जारी कर वर्ष 2005 से 2017 तक नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों का विवरण मांगा है।
इसी क्रम में जिला बेसिक शिक्षाधिकारी ने समस्त बीआरसी केन्द्रों को पत्र लिखते हुए ब्लाक स्तर पर शिक्षकों का विवरण तैयार करके जिला कार्यालय पर जमा करने का निर्देश दिया है। बीएसए ने शिक्षकों की बीए व बीएड की मार्कशीट और नियुक्ति पत्रों की फोटो कॉपी मांगी है।
सूत्रों की माने तो जिले में अम्बेडकर विवि से बीएड करके नियुक्ति पाने वाले शिक्षकों की संख्या 200 से अधिक है। जो अलग-अलग वर्षो में हुई शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में नियुक्ति पाए हुए हैं। इनमें से कई शिक्षक नियुक्ति पाने के बाद ऊपरी पहुंच का फायदा उठाते हुए अपना स्थानान्तरण कराकर दूसरे जिलों में भी जा चुके हैं।
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अप्रैल 2015 में भी मांगी गई थी सूचना
अप्रैल 2015 में आगरा के अम्बेडकर विवि पर फर्जी मार्कशीट जारी करने का आरोप लगा था। उस समय भी जिले के सभी शिक्षकों की सूची तैयार की गई थी। जिसमें 141 शिक्षक अम्बेडकर विवि से बीएडी की डिग्री पाकर नियुक्ति करते हुए पाये गए थे। मौजूदा समय में सिर्फ 41 शिक्षक ही नौकरी कर रहे हैं। अन्य अपना स्थानान्तरण कराकर दूसरे जगह जा चुके हैं।
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डीजी का पत्र आने के बाद शिक्षकों का विवरण तैयार किया जा रहा है। बीईओ से अपने-अपने बीआरसी केन्द्रों के तहत कार्यरत शिक्षकों से बीए, बीएड और नियुक्ति पत्रों की फोटो कॉपी एक सप्ताह के अंदर मांगी गई है।
रामसागर पति त्रिपाठी, बेसिक शिक्षाधिकारी
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