अंबेडकर यूनिवर्सिटी आगरा से बीएड की फर्जी डिग्री लेने वाले प्राइमरी शिक्षकों की सत्यापन फाइल जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डायट)से मांगी गई है। जल्द ही उनकी सेवा समाप्ति की कार्रवाई की जा सकती है। आगरा के अंबेडकर विवि से बीएड की डिग्री बांटने में घपला किया गया था। विवि में बीएड की सीटें कम थीं, लेकिन प्रवेश ज्यादा को दे दिया गया था। इस तरह हजारों को बीएड करा दिया गया था, जिसका खुलासा दो साल पहले हुआ था। इसकी जांच एसआईटी से कराई गई थी, जिसने सही और गलत तरीके से बीएड करने वालों की सूची बनाई है। फर्जी डिग्री वालों की सूची शासन को भेजी गई थी, जहां से जिला बेसिक शिक्षाधिकारी कार्यालय को भेज दी गई है। इस हिसाब से शिक्षकों के नाम मिलाए जा रहे हैं। इस संबंध में बीएसए न ेडायट से प्रमाणपत्रों के सत्यापन की फाइल मांगी है, ताकि शासन से मिली सूची और सत्यापन सूची का मिलान किया जा सके। नियुक्ति के बाद डायट द्वारा शिक्षकों के प्रमाणपत्रों का सत्यापन कराया गया था।
फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों की सेवा समाप्ति की प्रक्रिया चल रही है। शासन से सूची मिल गई है। अब डायट से सत्यापन फाइल मांगी गई है। -सर्वदानंद, बीएसए
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