रामपुर : जिले के करीब 50 प्राइमरी शिक्षकों की सेवा समाप्त की जाएगी। फर्जी डिग्री वाले शिक्षकों की सूची बेसिक शिक्षा विभाग को मिल गई है। सूची से शिक्षकों की शिनाख्त की जा रही है। प्रदेश में दो साल पहले बीएड की फर्जी डिग्री का मामला उठा था। आगरा के अंबेडकर विश्व विद्यालय से लोगों ने फर्जी डिग्री ले ली थी। विश्व विद्यालय में बीएड की सीटें कम थीं, लेकिन वहां नामांकन ज्यादा का कर लिया गया था। बिना नियम कायदे के डिग्री बांट दी गई थीं। इनसे शिक्षक की नौकरी भी पाली गई है, लेकिन दो साल पहले फर्जीवाड़े का मामला सामने आया तो खलबली मच गई थी।
एसआईटी ने मामले की जांच की थी। जांच में चार हजार शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई थी। अब इन डिग्री वालों को तलाश किया जा रहा है। शासन ने फर्जी डिग्री वालों के नाम की सूची समस्त जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को भेज दी है। रामपुर बीएसए को भी सूची मिल गई है, जिससे शिक्षकों की शिनाख्त की जा रही है। फर्जी डिग्री का प्रकरण वर्ष 2005 का है। इस वर्ष में बीएड करने वाले रामपुर में करीब 50 शिक्षक हैं। वर्ष 2008 से लगातर हुई नियुक्तियों में आगरा के अंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड करने वाले भी शामिल रहे हैं।
अब इनकी तलाश की जा रही है। बीएसए कार्यालय में सूची से शिक्षकों का मिलान किया जा रहा है। कुछ शिक्षकों को चिंहित कर लिया गया है। जल्द ही उनकी सेवा समाप्ति की तैयारी की जा रही है। भोपाल यूनिवर्सिटी के शिक्षकों की भी तलाश: आगरा के अंबेडकर विवि के साथ ही भोपाल यूनिवर्सिटी में भी बीएड का फर्जीवाड़ा सामने आया था। यहां से बीएड करने वालों की सूची भी मिली है, जिनकी तलाश की जा रही है।
फर्जी डिग्री वालों की सूची मिल गई है। सूची से शिक्षकों को चिंहित किया जा रहा है। जल्द ही कार्रवाई की जाएगी। -सर्वदानंद, बीएसए
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