सम्मिलित राज्य / प्रवर अधीनस्थ सेवा (प्रारंभिक) परीक्षा-2017 की उत्तर कुंजी पर अभ्यर्थियों की दो दर्जन से अधिक आपत्तियां उप्र लोक सेवा आयोग पहुंची हैं। अभ्यर्थियों ने आयोग की वेबसाइट पर और हार्ड कापी के रूप में भी बंद लिफाफे में आपत्तियां 24 नवंबर की शाम तक आयोग में दर्ज करा दीं। अवकाश के बाद खुले उप्र लोक सेवा आयोग में इन आपत्तियों का संकलन किया गया। अभ्यर्थियों की ओर से अभी तक आठ प्रश्नों और उत्तर पर सवाल उठाते हुए इनमें चार प्रश्नों को ही पूरी तरह गलत ठहराया है। आयोग अब इन आपत्तियों का परीक्षण करवाएगा और फिर उत्तर कुंजी संशोधित की जाएगी।
इससे पहले आयोग ने 17 नवंबर की शाम को वेबसाइट पर पीसीएस प्री. 2017 परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी तो की थी लेकिन इसमें पहले प्रश्नपत्र से एक और दूसरे प्रश्नपत्र से पांच प्रश्नों को स्वयं ही गलत मानकर हटा दिया था। आयोग की विशेषज्ञ टीम पर उसी समय सवाल उठ गए थे। इसके बाद भी उत्तर कुंजी पर प्रतियोगी छात्रों की तरफ से सवाल उठे। पहले तो छह प्रश्नों के उत्तर गलत बताए जा रहे थे, अब अभ्यर्थियों की तरफ से आपत्तियां आयोग में आने के बाद चार प्रश्नों को गलत और चार के उत्तर गलत होने का दावा साक्ष्यों समेत किया गया है। किसी-किसी प्रश्नों के चार उत्तर विकल्पों में दो को सही बताया गया है, जबकि एक प्रश्न के चार उत्तर विकल्पों में से एक भी सही नहीं हैं।
हालांकि यह अभी अभ्यर्थियों का दावा ही है। आयोग प्राथमिक स्तर पर इसे सही न मानकर विशेषज्ञों से परीक्षण करवाएगा। वैसे आयोग के सूत्र बताते हैं कि दो दर्जन से अधिक आपत्तियां आई हैं, जिनका परीक्षण कराया जाना है। परीक्षण उपरांत आयोग की कमेटी संस्तुत करेगी उसके बाद ही संशोधित उत्तर कुंजी जारी होगी।
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