■ अनारक्षित वर्ग व ओबीसी को एक हजार रुपये देने होंगे आवेदन शुल्क
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय में शिक्षकों के पदों पर आवेदन शुरू हो गया है। विश्वविद्यालय ने मंगलवार को आवेदन पत्र का प्रारूप व आवेदन करने संबंधी जरूरी दिशा-निर्देश, शैक्षिक अर्हता आदि से संबंधित जानकारी अपनी वेबसाइट 666.ं’’2ि3ं3ी4ल्ल्र5ी12्र38.1¬ पर अपलोड कर दिया गया है। सामान्य वर्ग व अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए विश्वविद्यालय ने एक हजार रुपये आवेदन शुल्क रखा है। अनुसूचित जाति व जनजाति वर्ग के लिए आवेदन शुल्क मात्र 500 रुपये रखा गया है। आवेदन शुल्क डिमांड ड्राफ्ट के रूप में फाइनेंस आफिसर के नाम से देय होगा। जिन अभ्यर्थियों ने पूर्व में आवेदन कर रखा है उनसे आवेदन शुल्क नहीं मांगा गया है। आवेदन पूर्ण रूप से भरकर सभी जरूरी अभिलेखों के साथ विश्वविद्यालय के पते पर रजिस्टर्ड डाक से भेजना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 30 नवंबर 2017 रखी गई है।
इलाहाबाद राज्य विश्वविद्यालय ने विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अधिनियम 2009 व संशोधन अधिनियम 2016 के आधार पर विश्वविद्यालय में विभिन्न विषयों में असिस्टेंट प्रोफेसर, एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के कुल 92 पदों पर 22 अक्टूबर 2016 में आवेदन मांगा था। इसमें लगभग पांच हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. राजेंद्र प्रसाद ने बताया कि विश्वविद्यालय ने उस समय जो आवेदन का क्राइटेरिया बनाया था वह कानपुर विश्वविद्यालय के परिनियम में शामिल नहीं था।
उन नियमों को कानपुर विश्वविद्यालय के परिनियम में शासन की मंजूरी के बाद अप्रैल 2017 में शामिल किया गया। इसके बाद कानपुर विश्वविद्यालय के योग्यता के परिनियम में बदलाव आ गया। यही कारण है कि विश्वविद्यालय ने दोबारा आवेदन पत्र मांगा है। इसके पीछे उन अभ्यर्थियों को भी अवसर देना है जो किन्हीं कारणों से आवेदन नहीं कर पाए थे। रजिस्ट्रार डॉ. साहब लाल मौर्य ने बताया कि जिन अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है उन्हें भी दोबारा आवेदन करना होगा। बस, उनकी फीस दोबारा आवेदन करने पर नहीं लगेगी।
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