यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 के लिए परीक्षा केंद्रों का निर्धारण पूरा हो चुका है। अब बोर्ड प्रशासन परीक्षा में नकल पर अंकुश लगाने के लिए उन कालेजों का केंद्र बदलने जा रहा है, जिनके छात्र-छात्रएं एक से दूसरे स्कूल में पहुंचे हैं। इसे ‘दैनिक जागरण’ ने पिछले दिनों प्रमुखता से छापा था। अफसरों का मानना है कि ऐसे केंद्र निर्धारण से दोनों जगह नकल होने की गुंजायश रहेगी। ऐसे परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों का आवंटन बदलने का कार्य इसी सप्ताह पूरा होगा।
माध्यमिक शिक्षा परिषद यानी यूपी बोर्ड की परीक्षाओं पर नकल पर प्रभावी अंकुश लगाने के निर्देश हैं। इसके लिए सरकार ने स्वकेंद्र परीक्षा खत्म कर दी है। सभी कालेजों के परीक्षार्थियों को दूसरे नजदीकी कालेजों में भेजा गया है। परीक्षा केंद्र तय करने में तमाम जिलों एक कालेज के परीक्षार्थी दूसरे और दूसरे यहां के छात्र-छात्रएं उस कालेज में पहुंचे हैं, जहां का केंद्र वह स्कूल बना है। ऐसे केंद्रों की तादाद करीब 350 बताई जा रही है। बोर्ड प्रशासन ने पिछले दिनों सभी जिलों का केंद्र निर्धारण का कार्य पूरा कर दिया है।
इसमें 8549 कालेजों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है। बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि नकल रोकने के लिए अब ऐसे कालेजों से परीक्षार्थियों का आवंटन बदलने जा रहे हैं, जहां के बच्चे एक-दूसरे कालेज में परीक्षा देने पहुंचे हैं। यह कार्य युद्धस्तर पर शुरू हो गया है और इसी सप्ताह से इसे पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है।
बोर्ड सचिव की मानें तो इस प्रक्रिया में केंद्र बढ़ेंगे या फिर घटेंगे नहीं, बल्कि केवल परीक्षार्थी ही इधर से उधर होंगे। यह पूरा होते ही कालेजों में उत्तर पुस्तिकाएं और प्रश्नपत्र पहुंचाने का कार्य शुरू होगा, क्योंकि परीक्षाएं छह फरवरी से शुरू होनी हैं। उन्होंने बताया कि जिला विद्यालय निरीक्षकों को स्पष्ट और सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वह ऐसे कालेजों के परीक्षार्थियों दूसरे नजदीकी कालेजों में भेजे, इसमें उस कालेज की धारण क्षमता भी प्रभावित नहीं होनी चाहिए, ताकि परीक्षाएं सुचारु रूप से संपन्न हो सके
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