उत्तर प्रदेश भाषा संस्थान की ओर से बाल अटल रचनात्मक कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा। पांच दिवसीय रचनात्मक कार्यशाला का आगाज एक जनवरी से होगा। कार्यशाला का आयोजन संस्कृत संस्थान में होगा। कार्यशाला का मकसद बच्चों की रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना है।
शुक्रवार को इंदिरा भवन स्थित संस्थान के कार्यालय में हुई प्रेसवार्ता में इस आयोजन की जानकारी दी गई। संस्थान के निदेशक आद्या दत्त त्रिपाठी ने कहा कि कार्यशाला में लखनऊ शहर के 40 स्कूलों के चौथी से पांचवीं कक्षा के दो सौ छात्र-छात्रएं भाग लेंगे। दो सत्रों में आयोजित कार्यशाला में कविता, कहानी, विज्ञान नवाचार, यात्र वृतांत और साक्षात्कार आदि रचनात्मक लेखन के गुर सिखाए जाएंगे। इसके अलावा बच्चों को चित्रकला का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण न्यू हैदराबाद स्थित संस्कृत संस्थान में सुबह 10:30 बजे से होगा। कार्यशाला के बाद सफल प्रतिभागियों को रचनात्मक लेखन और चित्रकारी में तीन-तीन हजार रुपये।
द्वितीय विजेता को दो-दो हजार रुपये, तृतीय और सांत्वना पुरस्कार से अन्य चार प्रतिभागियों को एक हजार रुपये की पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया जाएगा। निदेशक आद्या दत्त त्रिपाठी ने बताया कि कार्यशाला में उत्तराखंड से डॉ. दिनेश चमोला, झांसी के पुनीत बिसारिया, अलीगढ़ के निश्चल शर्मा, लखनऊ के शादाब आलम, दिल्ली के काटरूनिस्ट दिलीप शर्मा और एटा के रामस्नेही प्रशिक्षण देंगे।’
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