नवोदय विद्यालय में अध्ययनरत कक्षा नौ से 12वीं तक के छात्रों की फीस तीन गुना तक बढ़ा दी गई है। यदि अभिभावक सरकारी कर्मचारी है, तो उसे अपने बच्चे की फीस साढ़े सात गुना अधिक भरनी होगी। वहीं सभी वर्गो की छात्रओं के साथ ही अनुसूचित जाति-जनजाति व बीपीएल श्रेणी के विद्यार्थियों से कोई फीस नहीं ली जाएगी। यह बढ़ी हुई फीस नए सत्र में अप्रैल 2018 से लागू होगी।
प्रदेश में इस समय लगभग 70 नवोदय विद्यालयों में लगभग 40 हजार से अधिक छात्र पढ़ाई करते हैं। इन स्कूलों में सभी वर्गो के विद्यार्थियों के लिए मुफ्त शिक्षा केवल कक्षा छह से आठ तक ही है। कक्षा नौ से 12 तक के छात्रों से विद्यालय विकास निधि के एवज में अब तक दो सौ रुपये लिये जा रहे थे। इसी शुल्क को बढ़ाकर अब छह सौ रुपये प्रतिमाह कर दिया गया है। वहीं ऐसे अभिभावक जो सरकारी कर्मचारी हैं, उनके बच्चों की फीस में साढ़े सात गुना वृद्धि कर दी गई है। यानी उन्हें 200 रुपये की बजाय अब सीधे 1500 रुपये महीना फीस भरनी होगी।
जवाहर नवोदय विद्यालय समिति लखनऊ संभाग के उपायुक्त गिरीश चंद्रा के अनुसार फीस बढ़ोत्तरी का आदेश मानव संसाधन विकास मंत्रलय की ओर से पिछले सप्ताह ही आया है। इसमें सभी वर्ग की बालिकाओं, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के विद्यार्थियों के अलावा बीपीएल श्रेणी को शुल्क से छूट दी गई है। वहीं सरकारी कर्मचारियों के बच्चों को शासन से शुल्क की प्रतिपूर्ति हो जाती है, इसलिए उन पर भी अतिरिक्त वृद्धि का बहुत असर नहीं पड़ेगा।
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