बोर्ड परीक्षा में ‘सवाल’ बनी बेसिक शिक्षा को लेकर इन दिनों बेशक हल्ला मचा है लेकिन, कुछ शिक्षक शिद्दत से उसका हाल सुधारने का रास्ता खोजने में जुटे हैं। कोशिश, पढ़ाई का ‘बेसिक’ सुधारने की है। सहारा तकनीक को बनाया है जिसके जरिये ऑनलाइन ‘गुरुकुल’ प्लेटफार्म तैयार किया है। नाम दिया है- प्रोफेशनल लर्निग कम्युनिटी (पीएलसी)। इसमें देश ही नहीं बल्कि विदेश के भी तमाम शिक्षक जुड़े हैं, जो पढ़ाई में सुधार को लेकर अपने आइडयिा और विजन साझा करते हैं। बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के प्रयोग पर सवाल-जवाब होते हैं। सुधार के लिए बेहतर सुझाव दिए जाते हैं।
यह पहल भी प्रशिक्षु शिक्षकों का गूगल ग्रुप बनाकर उनके पढ़ाने का ढंग बदलने वाली डायट प्रवक्ता डॉ. शिवानी यादव की है। पिछले साल 24 अप्रैल को गुरुकुल पीएलसी नाम से फेसबुक आइडी शुरू की। इसके बाद फेसबुक पेज बनाया, यूट्यूब चैनल तैयार किया और फिर बेवसाइट बनाई। इस मकसद के साथ कि अधिक से अधिक शिक्षकों को जोड़कर बेसिक की दशा सुधारने के लिए आइडिया शेयर हो सकें। 117 हजार शिक्षकों में तीन सौ विदेशी:1गुरुकुल पेज(गुरुकुल प्रोफेशनल लर्निग कम्युनिटी)से अब तक करीब 17000 हजार शिक्षक जुड़ चुके हैं। इनमें तमाम राज्यों के साथ-साथ अमेरिका, दुबई, हांगकांग, ऑस्ट्रेलिया समेत कई अन्य देशांे के शिक्षक शामिल हैं। विदेशी शिक्षकों की संख्या करीब तीन सौ तक पहुंच चुकी है। वे सभी ऑनलाइन गुरुकुल पर शिक्षा में सुधार के लिए किए गए कार्य, नवीन तकनीकों, विधाओं, शैक्षिक नवाचारों एवं रचनात्मक कार्यो को शेयर करते हैं, जिसमें वीडियो, ऑडियो, खबरें, नोट्स आदि शामिल हैं। कई बार ऑनलाइन चर्चा भी होती है।
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