महराजगंज : परिषदीय स्कूल में शिक्षण देने वाले जिले के लगभग 300 शिक्षकों को कला क्राफ्ट व संगीत से जोड़ने की पहल होगी। मंशा है कि पहले शिक्षकों को कला व संगीत की जानकारी दे दी जाए, जिससे वह सुविधाजनक तरीके से संबंधित विद्यालयों के बच्चों में इसकी गतिविधियां बढ़ा सकें। कला क्राफ्ट व संगीत की गतिविधियों के बढ़ने से बच्चों का समुचित विकास भी हो सकेगा। शासन ने बेसिक शिक्षा विभाग में नियुक्त शिक्षकों में प्रशिक्षण के माध्यम से नवाचारी गतिविधियों व विषयों की विशेषज्ञता को बढ़ाने का प्रयास प्रारंभ किया है। जिसके तहत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान को जिम्मेदारी दी गई है कि वे शिक्षकों को विभिन्न स्तरों पर प्रशिक्षित कराएं जिससे बच्चों को भी उसका लाभ मिल सके। डायट ने शिक्षकों को प्रशिक्षित कराने के लिए अंग्रेजी, पर्यावरण अध्ययन समेत अन्य प्रशिक्षण बीआरसी स्तर पर प्रारंभ कराया है। अब शिक्षकों को कला क्राफ्ट व संगीत से जोड़ने की भी पहल की जा रही है। 50-50 के बैच में शिक्षकों को छह चक्रों में कला व संगीत विषय की जानकारी दी जाएगी ताकि मिली जानकारी का लाभ वह संबंधित विद्यालय के बच्चों को उपलब्ध करा सकें तथा उनमें कला व संगीत की गतिविधियों का विकास करा सकें। प्रत्येक चरण का प्रशिक्षण चार दिन का होगा।
प्रशिक्षण के लिए नामित हुए प्रशिक्षक- प्रभारी प्राचार्य
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्राचार्य मसऊद अख्तर अंसारी ने बताया कि डायट में छह चक्रों में होने वाले प्रशिक्षण के लिए अलका मलिक व प्रीति पाल को प्रशिक्षक नियुक्त किया गया है। प्रशिक्षण से शिक्षकों को लाभ होगा तथा बच्चे भी कला व संगीत की गतिविधि से जुड़ सकेंगे।
प्रशिक्षण के लिए नामित हुए प्रशिक्षक- प्रभारी प्राचार्य
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रभारी प्राचार्य मसऊद अख्तर अंसारी ने बताया कि डायट में छह चक्रों में होने वाले प्रशिक्षण के लिए अलका मलिक व प्रीति पाल को प्रशिक्षक नियुक्त किया गया है। प्रशिक्षण से शिक्षकों को लाभ होगा तथा बच्चे भी कला व संगीत की गतिविधि से जुड़ सकेंगे।
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