माध्यमिक शिक्षा परिषद उत्तर प्रदेश की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षाओं का परिणाम इस बार मई में ही जारी हो जाएगा। इसके चलते शैक्षणिक सत्र कई साल बाद नियमित होने की उम्मीद जागी है। पिछले कुछ सालों से परीक्षा परिणाम देरी से जारी किए जाने के कारण छात्रों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता रहा है।
जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार ने बताया कि यूपी बोर्ड की परीक्षा इन दिनों समूचे प्रदेश में आयोजित की जा रही हैं। परीक्षाएं मार्च माह तक चलेंगी। जिसके बाद परीक्षाफल जारी करने के लिए उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन किया जाएगा। परीक्षाफल जल्दी जारी हो ताकि सत्र नियमित हो सके, इसे लेकर शासन स्तर से काफी जद्दोजहद की जा रही है।
पिछले कुछ सालों से परीक्षाओं का आयोजन भी देरी से होता था और उत्तरपुस्तिकाओं के मूल्यांकन में भी देरी हो जाती थी। जिसके चलते प्रत्येक वर्ष अगस्त माह तक प्रवेश प्रक्रिया ही चलती रहती थी। सितंबर में जाकर शिक्षण कार्य शुरू हो पाता था और कोर्स अधूरा रह जाता था। शैक्षणिक सत्र 2017-18 में भी कमोबेश यही स्थिति बनी रही। कोर्स पूरा न होने के कारण अभिभावक परेशान रहे और छात्र छात्रओं को मजबूरन कोचिंग सेंटरों का सहारा लेकर जैसे तैसे अपना कोर्स पूरा करना पड़ा। परीक्षाओं का आयोजन समय पर होने के कारण स्थिति और ज्यादा मुश्किल भरी हो गई, लेकिन जैसे तैसे परीक्षाएं शुरू हुई और अब छात्रों को लग रहा है कि इस साल सत्र नियमित हो जाएगा। जिसके बाद अभिभावकों से लेकर शिक्षक तक को राहत मिलेगी।जिला विद्यालय निरीक्षक गजेंद्र कुमार
No comments:
Write comments