प्रदेश सरकार ने विश्वविद्यालयों की परीक्षा के लिए केंद्र निर्धारण नीति गुरुवार को जारी कर दी। इसमें साफ है कि इस बार सामूहिक नकल के कारण जो परीक्षा केंद्र पिछले वर्षो में डिबार हुए हैं उन्हें केंद्र न बनाया जाये। सरकार ने स्वकेंद्र परीक्षा प्रणाली खत्म कर दी है। हालांकि लड़कियों के लिए स्वकेंद्र प्रणाली लागू रहेगी।
अपर मुख्य सचिव उच्च शिक्षा संजय अग्रवाल ने बताया कि परीक्षा केंद्र उन कॉलेजों को ही बनाया जाये जहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। बिजली कनेक्शन, पानी व शौचालय की उपलब्धता के साथ ही सड़क मार्ग से महाविद्यालय की दूरी अधिक न हो। साथ ही महाविद्यालयों की चहारदीवारी व प्रवेश द्वार पर गेट की व्यवस्था वाले कॉलेजों को ही परीक्षा केंद्र बनाया जाये। एक परीक्षा केंद्र में एक से अधिक कॉलेजों के छात्रों की परीक्षा न आयोजित की जाये। अपर मुख्य सचिव ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाये कि तंबू व कनात लगाकर परीक्षा खुले में न आयोजित की जाये। परीक्षा केंद्र निर्धारण करते समय यह ख्याल रखा जाये कि वह आठ किलोमीटर से अधिक दूर न हो।
No comments:
Write comments