नई दिल्ली : सीबीएसई ने 10वीं व 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आयोजित करवाने की लिए अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। इसके तहत सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र भी जारी कर दिए हैं, लेकिन कई स्कूल प्री बोर्ड के प्रदर्शन को आधार बनाकर कई परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र जारी नहीं कर रहे हैं। ऐसे स्कूलों की इस कार्रवाई को सीबीएसई ने परीक्षा उपनियमों की अवहेलना बताया है। साथ ही सीबीएसई ने स्पष्ट किया है कि स्कूल बोर्ड परीक्षार्थियों के प्रवेश पत्र को नहीं रोक सकते हैं।
सीबीएसई की 10वीं व 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं पांच मार्च से आयोजित होने जा रही हैं। इस बीच सीबीएसई परीक्षा नियंत्रक ने प्रवेश पत्र जारी करने को लेकर संबद्ध स्कूलों को एक सलाह जारी की है, जिसमें सीबीएसई ने कहा है कि ऐसा संज्ञान में आया है कि कुछ स्कूल प्री बोर्ड व अकादमिक प्रदर्शन को आधार बना परीक्षार्थियों का प्रवेश पत्र रोक रहे हैं। जबकि कुछ स्कूल प्रवेश पत्र जारी करने के एवज में फीस वसूल रहे हैं। इस मामले में स्कूलों को सख्ती से परीक्षा उपनियम 15 का पालन सुनिश्चित करना होगा।
इसके तहत किसी भी स्थिति में स्कूल प्रमुख योग्य परीक्षार्थी को परीक्षा में भाग लेने से नहीं रोक सकते हंै। इसके साथ ही सीबीएसई ने संबद्ध स्कूलों को स्पष्ट किया है कि सीबीएसई ने उन्हीं परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र जारी किए हैं, जिनके नाम स्कूलों ने परीक्षार्थियों की अंतिम सूची के आधार पर सीबीएसई को सौंपे थे। इसके अनुसार ये सभी परीक्षार्थी बोर्ड परीक्षा के लिए योग्य हैं। ऐसी स्थिति में प्रायोगिक परीक्षा व प्री बोर्ड को आधार बना कर प्रवेश पत्र नहीं रोका जा सकता है।
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