सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद किए जाने और इसके बाद से साथियों द्वारा लगातार की गई आत्महत्याओं से व्यथित शिक्षामित्रों ने इस बार होली न मनाने का फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ की गांव बेनीपुर चक में सुरेंद्र यादव के आवास पर आयोजित बैठक में शिक्षामित्रों ने अपनी दुर्दशा पर दुख व्यक्त किया।
ब्लाक अध्यक्ष र¨वद्र खारी ने कहा कि गत वर्ष 25 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट द्वारा शिक्षामित्रों का समायोजन रद किए जाने के बाद से शिक्षामित्र मानसिक यातना में जीवन जीने को मजबूर हैं जबकि समायोजन रद होने के बाद से शिक्षामित्र मात्र दस हजार रुपये प्रतिमाह के मानदेय में भयंकर आर्थिक समस्या से जूझ रहे हैं। यही वजह है कि शिक्षामित्र या तो आत्महत्या कर रहे हैं या आए दिन हार्ट अटैक से मर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश सरकार से शिक्षामित्रों को उनका सम्मान वापस दिलाने की उम्मीद जाहिर करते हुए शिक्षामित्रों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं। बैठक में निर्णय लिया गया कि समायोजन रद्द होने से सदमे में मरे शिक्षामित्रों कुसुमलता, उरमान, यामीन खां और विनोद सहगल के दुख में होली का पर्व नहीं मनाएंगे।
बैठक में सुरेंद्र यादव, सुनील गुर्जर, हरीश्चंद्र शर्मा, सुरेंद्र ङिाल्ली, कमल सिंह, चंद्रपाल सिंह, चंद्रपाल सिंह, कमलवीर, प्रदीप उपाध्याय, मनोज, ऋषिपाल सिंह, सुरेंद्र कुमार सिंह, अतुल शर्मा, ओमकार शर्मा आदि रहे।
समायोजन रद होने के बाद साथियों द्वारा की गई आत्महत्या से हैं दुखी
No comments:
Write comments