सीबीएसई बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो रही हैं। इसके लिए इलाहाबाद रीजन के अंतर्गत आने वाले प्रदेश के 60 जिलों में सभी परीक्षा केंद्रों पर विशेष निगरानी और सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। परीक्षा में इस बार संस्थागत और व्यक्तिगत कुल 3,52,330 परीक्षार्थी पंजीकृत हैं। प्रदेश भर के सभी परीक्षा केंद्रों के व्यवस्थापकों को पहले ही निर्देश दे रखे हैं कि गड़बड़ी होने पर तुरंत सूचना दें और नकल पर पाबंदी के लिए बोर्ड के निर्देशों का पालन करें। सीबीएसई की बोर्ड परीक्षा में इलाहाबाद रीजन के अंतर्गत हाईस्कूल के 1630 और इंटर के 1110 स्कूल शामिल हैं। सभी 60 जिलों में कुल 316 केंद्रों पर परीक्षा होनी है। इनमें आठ केंद्रों को स्व-परीक्षा केंद्र बनाया गया है।
कई बदलावों के साथ केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10 वीं व 12 वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षाएं सोमवार से शुरू हो रही हैं। नौ साल के बाद 10 वीं की बोर्ड परीक्षा फिर अनिवार्य कर दी गई हैं। 2009 में इन्हें सीबीएसई ने स्वैच्छिक बना दिया था। विद्यार्थी बोर्ड या स्कूल स्तर पर परीक्षा में कोई एक विकल्प चुन सकते थे। 2018 से सरकार ने पूर्व में जारी व्यापक व सतत मूल्यांकन (सीसीई) पद्धति खत्म कर दी।
सोमवार को पहले दिन 10 वीं के विद्यार्थी वोकेशनल तो 12 वीं के विद्याथी अंग्रेजी विषय की परीक्षा देंगे। 12 अप्रैल को 12 वीं के विद्यार्थियों के लिए होम साइंस की परीक्षा आयोजित होगी। इसके साथ ही परीक्षा का समापन हो जाएगा। दोनों कक्षाओं की परीक्षाएं सुबह 10:30 से शुरू होंगी। बोर्ड ने देशभर में कुल 8,591 परीक्षा केंद्र बनाए हैं। इनमें परीक्षा देने के लिए दोनों कक्षाओं के कुल 28,24,734 परीक्षार्थी रजिस्टर्ड हैं। इसमें 12 वीं के 11,86,306 तो 10 वीं के 16,38428 छात्र हैं।
■ मधुमेह पीड़ित बच्चे परीक्षा कक्ष में चॉकलेट ले जा सकेंगे : परीक्षा के दौरान मधुमेह टाइप - 1 से पीड़ित विद्यार्थी परीक्षा कक्ष में शुगर की दवा, चॉकलेट, कैंडी, केला, संतरा, सेब, सैंडविच व पानी की छोटी बोतल ले जा सकेंगे। इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
No comments:
Write comments